योगी मंत्रिमंडल में मिलेगा 2 से ज्यादा जिलों को प्रतिनिधित्व, पूरब से पश्चिम पर रहेगा निशाना
योगी कैबिनेट में इन जिलों का किया जाएगा प्रतिनिधित्व
लखनऊ: यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 आगामी 25 मार्च को शपथ लेंगे. शपथ ग्रहण से पहले केंद्रीय पर्यवेक्षक अमित शाह और रघुवर दास सोमवार को लखनऊ पहुंचेंगे और विधायक दल की बैठक होगी. जिसमें योगी आदित्यनाथ के सीएम के तौर पर मुहर लगेगी. इसके बाद योगी कैबिनेट में शामिल होने वालों के नाम भी तय किए हैं. माना जा रहा है कि इस बार योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में राज्य के ज्यादातर जिलों को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा. जिससे क्षेत्रीय संतुलन स्थापित किया जा सके. असल में योगी आदित्यनाथ की पिछली मंत्री मंडल में 41 जिलों को प्रतिनिधित्व दिया गया था, राज्य के 34 जिलों में से किसी को मंत्री नहीं बनाया गया जबकि लखनऊ से 6 मंत्रियों को योगी कैबिनेट में शामिल किया गया था.
फिलहाल राज्य में नई सरकार के गठन के लिए तैयारियां चल रही हैं. भाजपा भी राज्य में लगातार दूसरी बार बनने जा रही सरकार के लिए बड़े स्तर पर तैयारियां कर रही है. राज्य में योगी आदित्यनाथ सरकार-2 लखनऊ स्थिति इकाना स्टेडियम में 25 मार्च को शपथ लेगी. योगी आदित्यनाथ के साथ ही उनके कैबिनेट के सहयोगियों के भी शपथ लेने की उम्मीद की जा रही है. फिलहाल योगी कैबिनेट में सुरेश खन्ना, बृजेश पाठक, आशुतोष टंडन, सूर्यप्रताप शाही, असीम अरुण, बेबीरानी मौर्य, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंदगोपाल, जयप्रताप सिंह, जितिन प्रसाद, अनिल राजभर के शामिल होने की चर्चा चल रही है. इसके साथ ही सहयोगी दलों के नेताओं के भी कैबिनेट में शामिल होने की संभावना है.
ज्यादा जिलों को मिलेगा प्रतिनिधित्व
चर्चा है कि इस बार योगी कैबिनेट में राज्य के ज्यादातर जिलों को प्रतिनिधित्व मिलेगा. असल में पिछली कैबिनेट में कुछ जिलों को ज्यादा प्रतिनिधित्व मिला था. लिहाजा सरकार इस बार ज्यादा जिलों के प्रतिनिधियों को कैबिनेट में शामिल करने की योजना बन रही है. अगर बाद राज्य की पूर्व योगी आदित्यनाथ सरकार की करें तो राज्य में कुल 60 चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया गया था. हालांकि कैबिनेट विस्तार कई बार हुआ था. योगी आदित्यनाथ की पिछली सरकार में 75 में से 41 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला था जबकि 34 जिलों से किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया था.
पहले योगी सरकार में लखनऊ से थे ज्यादा मंत्री
अगर राज्य की पिछली योगी आदित्यनाथ सरकार की बात करें तो उसमें सबसे ज्यादा मंत्री लखनऊ जिले से शामिल किए गए थे. राज्य की पूर्व सरकार में लखनऊ से 6 मंत्रियों को शामिल किया गया था. जबकि प्रयागराज और वाराणसी से 3-3 मंत्री योगी कैबिनेट में शामिल किए गए थे. वहीं शाहजहांपुर, मथुरा, आगरा, फतेहपुर, कानपुर और सिद्धार्थनगर से 02-02 मंत्री बनाए गए थे.