जानिए क्या कहते हैं योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव के सितारे, यूपी में किसकी बनेगी सरकार

योगी आदित्यनाथ व अखिलेश यादव को लेकर ज्योतिषियों ने की भविष्यवाणी, इनकी बनेगी सरकार

लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे आने महज एक दिन समय बचा हुआ है. गुरुवार यानी 10 मार्च ये साफ़ हो जाएगा कि इस बार किसकी सरकार बनी है. इस बीच सभी पार्टी के दिग्गज नेता अपनी सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं. भाजपा जहां योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने का दावा कर रही है, तो वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी प्रचंड बहुमत की उम्मीद लगाए बैठे हैं. यूपी का ताज किसके सिर सजेगा? इस सवाल पर हर जगह चर्चा का दौर जारी है. ऐसे में यूपी चुनाव को लेकर राज्य के बड़े ज्योतिषियों ने भी अपने-अपने दावे पेश किए हैं. उन्होंने योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के ग्रह-गोचरों के हवाले से उनके भविष्य को लेकर बड़ा खुलासा किया है.

जानिए क्या कहते योगी व अखिलेश के सितारे

मेरठ के ज्योतिषाचार्य विनोद त्यागी कहते हैं, योगी आदित्यनाथ की कुंडली बता रही है कि उनकी जीत तय है, लेकिन बीजेपी की कुंडली अच्छे संकेत नहीं दे रही. ऐसे में भाजपा 200 का भी आंकड़ा नहीं छू पाएगी और इसे 160 के आसपास सीटें मिलने के आसार दिखाई दे रहे हैं.’ उधर ज्योतिषाचार्य सुमित विजयवर्गीय कहते हैं कि योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव की कुंडली में तुलना करें तो योगी की कुंडली में प्रबल राजयोग है.

वहीं ज्योतिषाचार्य निधि मिश्रा कहती हैं, ‘योगी की कुंडली भाग्येश, लग्नेश, कर्मेश की षष्ठम भाव में युति के साथ ही मंगल वहां स्थित होकर शत्रु हंता योग बना रहा है. सबसे बड़ा सकारात्मक प्रभाव बृहस्पति की लग्न पर मित्र दृष्टि यह दर्शाती है कि योगी ही पुन: यूपी की सत्ता में वापसी करेंगे. गुरु की दृष्टि लग्न पर आने वाले समय में योगी को जनता द्वारा उनके व्यक्तित्व के प्रभाव में और वृद्धि दिलाने वाली होगी. कुल मिलाकर लग्नेश का पराक्रम भाव में गोचर और साथ ही सप्तमेश के साथ युति बहुत सकारात्मक फलदायक है, यह दर्शाती है कि यूपी विधानसभा चुनाव का परिणाम बीजेपी के पक्ष में होगा.

यूपी में सत्ता के लिए है कांटे की टक्कर

मेरठ के बाद अयोध्या के आचार्य शिवेंद्र बताते हैं, ‘अखिलेश की कुंडली में राहु चतुर्थ स्थान में बैठा है. गुरु के राशि पर गुरु की संगत में जब भी राहु आता है, तो परिणाम अच्छा नहीं देता. मेहनत अधिक कराता है. उनकी कुंडली में केतु कर्म क्षेत्र में बैठा है जो अच्छा परिणाम नहीं देता. अखिलेश यादव के सभी ग्रहों को देखने के बाद यह कहा जा सकता है कि इन्हें पूर्ण बहुमत तो मिलते हुए नहीं दिख रहा है, हालांकि लाभ के संकेत जरूर हैं. कुल मिलाकर दोनों कुंडली को देखकर यह कहा जा सकता है कि सत्ता के लिए कांटे की लड़ाई हो सकती है.’

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