राजा भैया ने शेयर की 2019 का किस्सा, कहा- डिंपल यादव ने पैर छुए तो मायवती के भतीजे ने किया था ये काम, सपा हो गए थे नाराज
राजा भैया अपने व अखिलेश यादव के संबंधों पर दिया जवाब, कहा वह किसी को नहीं मानते दुश्मन
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव जैसे- जैसे आगे बढ़ रहा नेताओं की दिल की धड़कने तेज हो रही है. यही वजह है वह विपक्ष पर जमकर हमलावर हो रहे हैं. इसी कड़ी में यूपी के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा विधानसभा सीट से विधायक व जनसत्ता दल के प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ सपा ने गुलशन यादव को चुनावी मैदान में उतारा है. अपनी चुनावी सभाओं के दौरान गुलशन यादव राजा भैया पर हमला बोलते नजर आ रहे हैं वहीं राजा भैया भी उन पर कटाक्ष करने में पीछे नहीं हैं. वहीं इस नेताओं के बीच आरोप- प्रत्यारोप के बीच राजा भैया ने एक इंटरव्यू के दौरान सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव का एक किस्सा शेयर किया है.
राजा भैया ने कहा मुझे मायावती को है हराना
राजा भैया से जब इंटरव्यू में 2019 में यूपी में हुए राज्यसभा चुनाव को लेकर एक सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने अखिलेश यादव से पहले ही कह दिया था कि मुझे मायावती को हराना है. वहीं उन्होंने एक किस्सा साझा कर बताया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा व बसपा के साथ हुए गठबंधन से सपा नेता खुश नहीं थे. राजा भैया ने ये भी कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान मैनपुरी में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक ही मंच पर थे. वहां पर डिंपल यादव ने मायावती से आशीर्वाद लिया था,लेकिन मायावती के भतीजे आकाश ने मुलायम और अखिलेश में से किसी का भी पैर नहीं छुआ था. हालांकि आकाश के इस अंदाज से सपा पार्टी के कई नेता नाराज भी हुए थे.
परिवारवाद को लेकर कही यह बात
राजा भैया से पीएम मोदी द्वारा हाल में ही परिवारवाद को लेकर दिए गए एक बयान पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं भी परिवारवाद के पक्ष में नहीं हूं. अखिलेश यादव और मायावती के विषय पर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वह राजनीति में किसी को दुश्मन नहीं मानते हैं. राजा भैया का मानना है कि अगर हमारे किसी के साथ मधुर संबंध नहीं है तो उसे हम दुश्मनी नहीं कह सकते हैं.
गौरतलब है कि 2019 में यूपी में राज्यसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव चाहते थे कि सपा और बसपा के गठबंधन के चलते राजा भैया बसपा उम्मीदवार का समर्थन करें, हालांकि उन्होंने ऐसा करने से साफ़ इनकार कर दिया था. जिसके बाद से ही दोनों नेताओं के बीच दूरी बढ़ गई.