दूसरे चरण के मतदान से पहले अखिलेश यादव पहुंचे हाथरस, बीजेपी पर बोला जमकर हमला
हाथरस पहुंचे अखिलेश यादव बीजेपी सरकार पर हुए हमलावर, कहा- डबल इंजन की सरकार में रोजगार नहीं बढ़ा सिर्फ भ्रष्टाचार
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान खत्म हो चुका है. ऐसे में सभी पार्टियां दूसरे व तीसरे चरण के मतदान के लिए रविवार को सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने हाथरस की सिकंदराराऊ विधानसभा में चुनावी सभा कर तीन जनपदों के मतदाताओं को लुभाया है. अखिलेश यादव ने कहा कि आपको पहले चरण के चुनाव की हवा का पता चल गया होगा. आपसे दूर नहीं है वह जिले जहां वोट पड़े हैं. कहने को हर दल कुछ न कुछ कह रहा है, लेकिन पहले चरण में ही यूपी का माहौल बदल गया है. अलीगढ़ के जिले के लोग जानते होंगे. बीजेपी का सफाया होगा. झूठ इसलिए बोल रहे हैं कि 5 साल में इन्होंने जो काम करना चाहिए था वह नहीं किया है. डबल इंजन की सरकार में एक ही चीज डबल हुई वह भ्रष्टाचार है.
अखिलेश यादव ने कहा- बीजेपी की हर बात झूठी
हाथरस में जितने भी छोटे-मोटे कारोबार है. इनके बारे में कहा कि इन तो इतने फेमस हैं कि हमारे मुंबई के मित्र ने बताया कई सालों से हाथरस की हिना ले रहे हैं. अगर हींग के कारोबार में हमें किसी तरह की मदद लेनी पड़ेगी तो विदेशों में भी इनका कारोबार होगा. आज अगर जनता पर किसी पर भरोसा है तो साइकिल चुनाव चीन का भरोसा है. यहां पर बहुत दिनों से सिकंदराराऊ में सीट नहीं निकली है. इसके साथ ही भाजपा पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा नौजवान साथी यहां का भविष्य खराब कर रही है बीजेपी. इनकी हर बात झूठी निकली है. यह तो कह रहे थे बुलेट ट्रेन लाएंगे, कहां है बुलेट ट्रेन. भाजपा वालों ने जुमले सुनाए अच्छे दिन वाले.
सपा प्रमुख ने कहा हमारी सरकार में 100 नंबर का इंतजाम किया था. इन्होंने 112 कर दी तब से पुलिस कबाड़ा हो गई. यूपी में महामारी आई सपा ने सबसे ज्यादा मदद की है बहुत दिनों से यहां से सपा की सीट नहीं निकली है. कितनी बार यहां अपील कराओगे. आप बताओ क्या करें कि यहां से सीट निकल जाए. भाजपा भविष्य खराब कर रही है.
अखिलेश ने बूलगढ़ी मामला गर्माया
बूलगढ़ी पर अखिलेश यादव ने कहा हम लोग आस-पास अस्पताल होता तो आज वह बहन जिंदा होती है. उसके परिवार के लोग चाहते थे के दाह संस्कार वह करें. बीजेपी सरकार में जबरदस्ती उस बहन का दाह संस्कार कर दिया गया. रात में उस समय बहन के भाई से मेरी पूरी रात में बात हुई. जिलाधिकारी ने मेरा फोन नहीं उठाया मैंने मैसेज किया. मैंने कहा यह आखिरी इच्छा है परिवार की उसका दाह संस्कार उसके परिजन ही करें लेकिन उसकी इच्छा यह पूरी नहीं हुई क्या यह कानून व्यवस्था है.