सपा ने लगाया आरोप- कैराना में गरीब मतदाताओं को डरा-धमका कर भगाया जा रहा
माजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से मामले का संज्ञान को कहा
शामली. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पहले चरण के लिए वोटिंग 11 जिलों की 58 विधानसभा क्षेत्रों में जारी है. इस बीच समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया है कि शामली के कैराना में गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा धमका कर वोट की लाइन से वापस भगाया जा रहा है. समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग से मामले का संज्ञान लेते हुए भयमुक्त और निष्पक्ष मतदान कराने की मांग की है.
समाजवादी पार्टी के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, ” शामली जिले की कैराना-8 विधानसभा के ग्राम डुंडुखेड़ा के बूथ संख्या 347, 348, 349, 350 पर गरीब वर्ग के मतदाताओं को डरा धमका कर, वोट की लाइनों से हटा वापस भेजा जा रहा है. तत्काल संज्ञान लें, कार्रवाई कर सुचारू, भयमुक्त, निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करे चुनाव आयोग.” सपा के आरोपों पर निर्वाचन आयोग ने कहा कि पूरे मामले को जिला निर्वाचन अधिकारी के स्तर से देखा जा रहा है.
जिला पंचायत सदस्य पर मुकदमा दर्ज
उधर शामली जिले की थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के गांव भैंसवाल में रालोद कार्यकर्ता और जिला पंचायत सदस्य उमेश मलिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने दलित समाज के लोगों को धमकाकर सपा-रालोद गठबंधन के पक्ष में वोट डालने का दबाव बनाया। तहरीर के आधार पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. पूरा मामला गढ़ी पुख़्ता थाना क्षेत्र के गांव भैंसवाल का है.
पहले दो घंटे में 9 फ़ीसदी मतदान
इस बीच ठण्ड के बावजूद मतदाताओं में वोट डालने को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है. शुरुआत दो घंटे में शामली जनपद में 9 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. जैसे-जैसे दिन चढ़ेगा, मतदान प्रतिशत में वृद्धि देखने को मिलेगी.