सपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता की बेटी के खिलाफ रामपुर सीट से प्रत्याशी न उतारने का किया फैसला, जानिए क्यों
सपा ने रामपुर सीट से उम्मीदवार न उतारने का लिया फैसला, जानिए वजह
लखनऊ: यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को किया जाएगा. विधानसभा चुनाव के लिए भले ही कांग्रेस और सपा ने कोई गठ बंधन नहीं हुआ है वहीं उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर दोनों दलों ने एक-दूजे के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारा है. पिछले दिनों कांग्रेस ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव व चाचा शिवपाल सिंह यादव के लिए अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का ऐलान किया था. हालांकि कांग्रेस पहले मैनपुरी की करहल सीट पर उम्मीदवार का ऐलान कर चुकी थी. लेकिन बाद में कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार का नाम वापस लिया था. वहीं अब सपा मुखिया अखिलेश यादव ने रामपुर खास सीट से अपना उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है. इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रमोद तिवारी की बेटी आराधना मिश्रा ‘मोना मिश्रा’ चुनावी मैदान में उतरी हुई हैं.
दरअसल रामपुर खास से कांग्रेस उम्मीदवार आराधना मिश्रा ‘मोना मिश्रा’ चुनाव लड़ रही है. जबकि उनके पिता प्रमोद तिवारी को समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा चुनाव के दौरान अपना समर्थन दिया है. जबकि पिछले दिनों ही कांग्रेस ने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था. जिसके बाद अब एसपी भी रामपुर खास से प्रत्याशी नहीं उतारेगी. वहीं इसी तरह पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कुछ महीने पहले जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के प्रत्याशी को समर्थन दिया था. लिहाजा उन्होंने भी मोना मिश्रा के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया है.
कुछ भी बोलने से बच रहे हैं सपा नेता
ऐसे में सपा ने कांग्रेस को एक तरह से अपना खुला समर्थन दिया है और जनसत्ता दल ने भी इस चुनाव में रामपुर खास में अपना प्रत्याशी नहीं उतारा है, लेकिन सियासी गलियारे में चर्चा तेज है कि दोनों दलों ने कांग्रेस प्रत्याशी को वॉकओवर दिया है.