योगी की ‘गर्मी’, जयंत की ‘चर्बी’… UP चुनाव में बदजुबानी की इंतहा
आपतिजनंक भाषा का इस्तेमाल, क्या होगा जनता पर असर
लखनऊ: यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनितिक सरगर्मिया तेज हो गई है। वही इसी के साथ वाद- विवाद को सिलसिला भी लगातार शुरु हो चुका है। आज हम आपसे इसी कड़ी में चर्चा करेंगे। आपको बता दे कि हाल ही में सीएम योगी ने कहा था कि गर्मी उतार देंगे, तो उसी के जवाब में जयंत चौधरी ने कहा की हम चर्बी उतार देंगे। तो आइए जानते है कि इस तरह की भाषा का उपयोग करना चाहिए या नहीं… इस मुदद्दे पर हम कुछ लोगों से चर्चा करेंगे।
बता दे कि न्यूजनशा की तरफ से चर्चा किया गया जिसमें जेबा यासमिन ने कहा कि सपा की जो विचारधारा है और हमें जो गाइडलाइन मिलती है उसमें यही कहा जाता है कि हमें अपने मर्यादा को क्रोस नही करना चाहिए। मैं भी अपनी पार्टी को प्रजेंट करती हुं, पक्ष रखती हुं। हमें अपने नेता से हमेशा निर्देश मिलता है कि हमें अपने भाषा पर ध्यान देना है। तो कभी आप नही देखेंगे कि हमारे तरफ से या हमारे मुखिया अखिलेश जी की तरफ ऐसी भाषा का उपयोग किया जाता है जैसा कि सूबे के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री जी कर रहै। उन्होने कहा कि जयंत जी एक युवा नेता है कही ना कही कटाक्ष होने के बाद भड़ास निकला है। आपको बता दे कि बीते एक सप्ताह से सीएम योगी की तरफ से केवल आपति जनक शब्दों को इस्तेमाल हो रहा है, उसके बाद जाके जयंत जी का जवाब आया है।
जयंत ने विपक्ष के कटाक्ष का दिया जवाब
जब सवाल किया गया कि सपा पार्टी एक नई समाज निर्माण की बात कर रही है गठबंधन कर रही है तो क्या आप इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करके बदलाव लाएंगे, ऐसे में तो समाजवादी पार्टीी पर भी सवाल खड़े हो रहे है? ऐसे में आप क्या कहना चाहेंगी। इस पर जेबा ने जवाब दिया कि जयंत जी एक सरल स्भाव के व्यक्ति है लेकिन पीछले सप्तााह विपक्ष ने जिस तरह से कटाक्ष किया उसे लेकर ये बस एक जवाब था। हम कोशिश करेंगे की आगे से ऐसा ना हों।
बस जनता को झूठ परोसा जा रहा
बता दे कि भाषा को लेकर आप के नेता वंशराज दूबे ने कहा कि जब 5 साल राज करने के बाद सरकार के पास कोई मुद्दा नही होता तो नेता ऐसा भाषा का इस्तेमाल करते है। हम आपको हता दे कि आम आदमी पार्टी ने जब फ्री बिजली देने की बात की तब सभी पार्टियों को बिजली एक मुद्दा मिला। इससे पहले किसी पार्टी ने इस मुद्दे पर बात नहीं की। भाजपा ने रोजगार देने का वादा किया था लेकिन जमिनी स्तर की हालत पता ही है तो बस जनता को झूठ परोसा जा रहा और कुछ नहीं। अशोक वानखेड़ें ने सीएम योगी की भाषा को लेकर जमकर बोला हमला, कहा ये पींड दान तो कर दिए लेकिन राजपूत जाति का भूत नहीं उतरा, तरस आति है हमें ऐसे लोगो पर… ऐसे लोगो को सीएम नही होनी चाहिए।