कैराना के बाद मथुरा अमित शाह की फूट डालो राज करो नीति
अमित शाह के डोर-टू-डोर जाने से हुआ नुक्सान
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से पहले सभी पार्टियां प्रचार में जुटी हुई हैं। आज हम आपसे कैराना से लेकर मथुरा के सफर के बारें में बात करेंगे। आईए जानते है कि क्या बीजेपी कैराना से लेकर मथुरा के बल पर जीत हासिल करना चाहती है। आपको बता दे कि कैराना के बाद बीते गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर पहुंचे और मंदिर में दर्शन करने के बाद पूजा की. मथुरा में डोर-टू-डोर कैंपेन की शुरुआत कर जनता को साधने की कोशिश किए। आइए जानते है डोर-टू-डोर कैंपेन का क्या हुआ फायदा….
आईए जानते है हिन्दुओं के पलायन को लेकर शरत प्रधान ने क्या कहा
तो आईए आज हम कैराना से लेकर मथुरा के सफर के बारें में कुछ वरिष्ट पत्रकारो की राय जानते है। जब न्यूजनशा के तरफ से विनिता यादव ने वरिष्ट पत्रकार शरत प्रधान से कैराना सफर को लेकर सवाल किया तो उन्होने कहा कि लोग कैराना को लेकर उसी बात को सच्च मानते है जो बीजेपी की तरफ से झूठ फैलाया जा रहा है। शरत प्रधान ने कहा कि अमित शाह जो कैराना में मुस्लिमों के आतंक से हिन्दुओं की जो पलायन की बात करते है ये सरासर झूठ है, और ये बात यह साबित करती है कि बीजेपी के पास इस झूठ के अलावा अब कोई चारा नहीं है।
अमित शाह के डोर-टू-डोर जाने से हुआ नुक्सान
बता दे कि कैराना से लेकर मथुरा तक अमित शाह के डोर-टू-डोर जाने से बदलाव हो रहा या नहीं इस पर धर्मेंद्र चंदेल ने कहा कि इस कैंपेन से फायदा के बजाय नुक्सान ही देखने को मिल रहा है। कहा जा रहा है कि भारी संख्या में गुज्जर बीजेपी से नाराज दिख रहे हैं। इस मुद्दे पर हेमंत तिवारी ने कहा कि पक्ष्मिमी यूपी में भाजपा की हालत बेहद कराब है। बीजेपी के लिए धर्म एक बड़ा मुद्दा है। बाजेपी जब आजमगढ़, पर्वांचल में अगर कदम रखेंगे तो इनकी राह और मुश्किल होने वाली है। बीजेपी फूट डालों राज करो निति पर चल रहे हैं। जाट को लेकर शरत प्रधान ने कहा कि बीजेपी के व्यवहार को जाट भुले नही हैं इसलिए से सफऱ आसान नही होने वाली हैं।
देखिए इस वीडियों में अमित शाह का डोर टू डोर जाना फायदा या नुक्सान
https://www.youtube.com/watch?v=Ri7xvRg7hoc