अपर्णा यादव के बाद शिवपाल भी देंगे अखिलेश को झटका, जानिए क्या है प्लान
लक्ष्मीकांत बाजपेई के बयान ने बढ़ाया पारा, जानिए ऐसा क्या कहा
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनितिक गलियारों में जैसे हड़कंह मच गया हैं। ऐसा लग रहा है जैसे पार्टियों ने एक दूसरे से बदला लेना शुरु कर दिया है। वही भाजपा सपा से बदला ले रही है। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को अपने खेमे में शामिल कर भाजपा ने अखिलेश यादव को बड़ा झटका दिया है। कयास लगाया जा रहा है कि अपर्णा यादव के बाद अखिलेश यादव को एक और झटका लग सकता है, इसका दावा भाजपा ने किया है। यूपी बीजेपी ज्वाइनिंग कमिटी के चेयरमैन डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेई ने यह बयान देकर उत्तर प्रदेश का सियासी पारा और बढ़ा दिया है कि अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव भी भाजपा के संपर्क में हैं।
अखिलेश से नहीं संभल रहा परिवार
हता दे कि यूपी बीजेपी ज्वाइनिंग कमिटी के चेयरमैन डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेई कहा कि शिवपाल सिंह भाजपा के संपर्क में हैं। शिवपाल यादव को सपा प्रमुख अखिलेश ने झटका दिया और अब शिवपाल बीजेपी के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि अखिलेश से अपना परिवार नहीं संभल रहा है। अखिलेश यादव से अपने परिवार की टूटन नहीं संभल रही। अपर्णा यादव के भाजपा में शामिल होने पर लक्ष्मीकांत बाजपेई ने कहा कि इससे दोनों को फायदा होगा।
भाजपा के दावे ने सियासत में मचाई हलचल
बता दे कि शिवपाल यादव को लेकर बीजेपी के दावे ने सियासत में हलचल मचा दिया है। मुलायम सिंह की छोटी बहू अपर्णा यादव ने जिस तरह से भाजपा का दामन थामकर अखिलेश को झटका दिया है, ऐसे में राजनीति में कुछ भी संभव है। माना जा रहा है कि लखनऊ कैंट विधानसभा सीट को लेकर अपर्णा यादव और अखिलेश यादव के बीच बात बिगड़ गई थी, जिसकी वजह से उन्होंने भाजपा के साथ जाने का फैसला किया. सूत्रों की मानें तो भाजपा अपर्णा को इस सीट से चुनावी मैदान में उतार सकती है।
हालाकि चाचा शिवपाल ने अखिलेश को अपना नेता माना है
गौरतलब है कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मतभेदों के बाद शिवपाल सिंह यादव ने अपनी अलग पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन किया था। समाजवादी पार्टी में वर्चस्व को लेकर दोनों के बीच लड़ाई थी। हालांकि, अब शिवपाल यादव की पार्टी का अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन हो गया है। इससे पहले शिवपाल ने कहा था कि अखिलेश यादव से कोई मतभेद नहीं है। उनको अपना नेता मान लिया है। उन्होंने कहा था कि मैं अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाऊंगा।