यूपी विधानसभा चुनाव न लड़कर जयंत चौधरी करेंगे ये काम, जानिए यहां
यूपी चुनाव नहीं लड़ेंगे जयंत चौधरी बल्कि इस पर रहेगा पूरा फोकस
लखनऊ: विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद पार्टियों के बीच हलचल मच गई है. इतना ही नहीं सभी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिए है. ऐसे में राष्ट्रीय लोक दल(आरएलडी) प्रमुख जयंत चौधरी ने कहा की वह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि वह अपना पूरा ध्यान प्रचार पर लगाएंगे. भाजपा पर ‘ध्रुवीकरण’ करने का आरोप लगाते हुए चौधरी ने कहा कि बीजेपी ‘एक गियर वाली कार’ चला रही है जो उसे पीछे की ओर ले जा रही है. इसके साथ ही जयंत चौधरी ने कहा कि मुस्लिम विरोधी बयानबाजी से बीजेपी को कोई फायदा नहीं होने वाला है, क्योंकि लोग इस तरह की राजनीति से परेशान हो चुके हैं.
जयंत ने कहा, ‘विपक्ष के वोट नहीं बंटेंगे, मुझे पूरा भरोसा है. पिछली बार भाजपा को वोट देने वाले लोग भी इस बार वास्तव में एसपी के साथ हमारे गठबंधन के लिए मतदान करने वाले हैं. ऐसा इसलिए होगा क्योंकि मौजूदा सरकार ने 5 साल से अधिक समय में शासन, नेतृत्व और विकास के बारे में कुछ नहीं किया है.’
मुस्लिम विरोधी बयानबाजी नहीं आएगी कम-जयंत
जयंत चौधरी ने कहा, ‘अगर आप ध्यान दें तो मथुरा में ‘मंदिर’ के मुद्दे को जगाने के प्रयासों का जमीनी स्तर पर कोई असर नहीं हुआ और न ही इसके समर्थन में कोई लोग सड़कों पर उतरे हैं. उन्होंने कहा कि यह एक इशारा है कि लोग ध्रुवीकरण की राजनीति से तंग आ चुके हैं और ‘मंदिर’ और मुस्लिम विरोधी बयानबाजी के मुद्दे इस चुनाव में काम नहीं आएंगे.
सपा से आरएलडी का गठबंधन
चौधरी की आरएलडी पार्टी ने अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा के साथ गठबंधन किया है. जयंत ने कहा कि वह यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और इसके बजाए वह प्रचार पर ध्यान केंद्रित करेंगे. चौधरी ने कहा कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं के सपा-रालोद गठबंधन में शामिल होने से पता चलता है कि गठबंधन सही रस्ते पर आगे बढ़ रहा है. यह एक ‘‘आकर्षक, व्यवहार्य विकल्प’’ है, क्योंकि गठबंधन जमीनी स्तर का प्रतिनिधित्व करना चाहता है.