उत्तर प्रदेश के शामली में कुर्सी पर मचा बवाल, जानें क्या हुआ
कर्मचारी व सफाई कर्मचारी भी पालिका चेयरमैन के समर्थन में धरने पर बैठ गए
उत्तरप्रदेश के जनपद शामली में कुर्सी पर बवाल मचा है जहां पर पालिका चेयरमैन द्वारा अधिशासी अधिकारी पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया है कि अधिशासी अधिकारी रोजाना उनकी कुर्सी पर बैठ जाती है। आज बोर्ड की मीटिंग के दौरान भी ऐसा ही हुआ जिससे नाराज चेयरमैन सभासदों के साथ पालिका में धरने पर बैठ गए जिनके साथ पालिका कर्मचारी व सफाई कर्मचारी भी पालिका चेयरमैन के समर्थन में धरने पर बैठ गए।
कुर्सी पर बैठा देख सभासदों ने नाराजगी जाहिर की
आपको बता दे की पूरा मामला जनपद शामली का है जहाँ पर कैराना नगर पालिका परिषद की बोर्ड बैठक आयोजित की जानी थी। वही जैसे ही पालिका चेयरमैन हाजी अनवर हसन पालिका सभागार कक्ष में बोर्ड की बैठक में पहुंचे। तभी पालिका चेयरमैन की कुर्सी पर अधिशासी अधिकारी मणि अरोरा बैठ गई। बाद में सभागार कक्ष में पालिका चेयरमैन हाजी अनवर हसन पहुंचे तथा नीचे सभासदों के लिए लगाई गई कुर्सी पर पालिका चेयरमैन बैठ गए। वही अधिशासी अधिकारी को चेयरमैन की कुर्सी पर बैठा देख सभासदों ने नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद हंगामा बढ़ गया। बाद में सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तथा पालिका चेयरमैन व सभासदों को मनाने का प्रयास किया। लेकिन पालिका चेयरमैन व सभासद नहीं माने और पालिका के बाहर धरने पर बैठ गए। जिला अधिकारी शामली जसजीत कौर को पुलिस द्वारा मामले से अवगत कराया। जिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच अधिशासी अधिकारी मणि अरोरा को शामली ले जाया गया। वही अधिशासी अधिकारी मनी अरोड़ा ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बताया है और कहा है कि ऐसा कुछ नहीं है चेयरमैन साहब की अपनी गरिमा है।
चेयरमैन हाजी अनवर हसन ने कही ये बात
पालिका चेयरमैन हाजी अनवर हसन ने बताया कि ऐसा है आज बोर्ड था और बोर्ड में आज एसडीएम साहब जिन पर ईओ का चार्ज है वह आई और हमने सब मेंबरों ने यह मन बना रखा था कि आज इनका स्वागत करेंगे लेकिन स्वागत करने से पहले ही वह अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ गई जिसके बाद दो-चार मेंबरों ने कहा कि आप अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ गई आप बराबर में दूसरी कुर्सी पड़ी है उस पर बैठ जाओ तो उन्होंने कहा कि मैं तो इसी पर बैठूंगी वरना आपको बोर्ड करना है तो आप कर लो मैं तो जा रही हूं यहां से और अभी भी मेरी कुर्सी पर बैठी है। 15 दिन हो गए मुझे आते आते और मैं देखता हूं अपनी कुर्सी पर बैठे हुए मैं लेडिज होने की वजह से शर्म के मारे कुछ नहीं कहता मैं वापस चला जाता हूं, लेकिन उसे मेरी कुर्सी नहीं छोड़ना अगर अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने का उन्हें शौक है तो कैराना से चुनाव लड़ ले और अध्यक्ष बन जाए।
वही जब मनी अरोड़ा से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस आरोप में कोई सत्यता नहीं है। चेयरमैन साहब है उनकी अपनी गरिमा है वह अपनी कुर्सी उनकी है और जैसे ही मैं कुर्सी पर बैठी तो मैं दूसरी कुर्सी अरेंज करने के लिए बाहर गई तो इतने में ही बोलने लगे कि तूम मेरी कुर्सी पर क्यों बैठी हो तो दूसरी कुर्सी मैंने अरेंज करवा दी थी उस समय, पर ऐसा नहीं है कि हम किसी की गरिमा को ठेस पहुंचाएंगे उनकी कुर्सी अलग है उनका अपना स्थान है हमारा अपना अलग स्थान है।