अयोध्या: अयोध्या में हो रही है जमीन की बंदरबांट, विधायक से लेकर डीएम तक शामिल
अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा शामिल, जमीनी खतौनी को भरकर बेच डाली
लखनऊ: जहां एक ओर पूरे देश का किसान अपनी जमीन पर उपजे अनाज के सही मूल्य के लिए आंदोलन कर रहा था ।वही आज उत्तर प्रदेश के अयोध्या में एक ऐसी घटना प्रकाश में आई जिसे आप जानकर सुनकर दंग रह जाएंगे। इस घटना में कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के विधायक और अयोध्या के डीएम अनुज कुमार झा जैसे लोग शामिल है। जिन्होंने अपनी कलम से पूरी की पूरी जमीनी खतौनी को भरकर बेच डाली। यानि साफ तौर पर जाहिर होता है जो सरकार एंटी भू माफिया जैसे प्रोग्रामों को लांच कर कार्यवाहीयों का दम भर्ती हैं। उन्ही के नुमाइंदों ने उसकी सीमा को लांघ चुके। जनता परेशान आखिर क्यों ना होती कौन मदद करता जहां पूरा का पूरा प्रशासनिक अमला से लेकर सत्ता पक्ष के नेता भी इस भ्रष्टाचार की भेंट में शामिल हो ।जब इस मामले का खुलासा होना शुरू हुआ रातो रात अयोध्या के पूरे महकमे में फोन की घंटियों के साथ प्रशासनिक गाड़ियों की सायरन की आवाज से पूरा अयोध्या जाग उठा।
,करोड़ों का घोटाला आरोप संगीन
अयोध्या में हो रही है जमीन की बंदरबांट में विधायक से लेकर डीएम अयोध्या तक सभी शामिल हैं । राम मंदिर के नाम पर हो रहा है ,करोड़ों का घोटाला आरोप संगीन है। क्योंकि सवाल सिर्फ जमीन का नहीं करोड़ों लोगों की आस्था का है जो जुड़ी है मर्यादा पुरुषोत्तम के साथ। 1952 में माझा बरेटा गांव में महर्षि रामायण विद्यापीठ ने जमीन खरीदी थी। सूत्रों की माने अयोध्या के जिला अधिकारी भी इस मामले में लिप्त हैं।
विवादित जगह पर राम मंदिर बनेगा
सुप्रीम कोर्ट के फैसला आने के ठीक बाद एकाएक विवादित जगह पर राम मंदिर बनेगा । इसकी वजह से एक तरफ आम लोगों की आस्था के प्रति ग्राफ गिरता गया। तो दूसरी तरफ अयोध्या में जमीनों की कीमतों का ग्राफ एकाएक बढ़ने लगा। अयोध्या का माझा बरेटा गांव जो NH8 से लगा हुआ है ।लिहाजा इस जमीन की खरीद-फरोख्त पर बीजेपी विधायक इंद्र प्रताप तिवारी और वेद प्रकाश गुप्ता के ऊपर आरोप लगाया गया है सरकारी जमीन खरीद-फरोख्त में भी शामिल थे। यही नहीं बल्कि आरोपों के जद में अयोध्या के डीएम अनूप कुमार झा सहित कई अफसर इस घोटाले में शामिल हैं ।चुनावी माहौल में अयोध्या का जमीनी घोटाला विपक्ष के लिए जोर-शोर से मुद्दा बनकर उठ रहा है। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष सचिव राजस्व को इन आरोपों की जांच 1 हफ्ते में रिपोर्ट सौंपने की बात की है।