मांझी ने ब्राहमण समुदाय को घर पर भोजन करने का दिया न्यौता, रखी ये शर्त
बिहार: मांझी ने ब्राह्मण समुदाय को किया भोज के लिए आमंत्रित, रखी ये शर्त
पटना: अपने विवादित बयानों की वजह से बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी हमेशा चर्चा में रहते हैं. ऐसे में अपने विवादित बयानों की वजह से ब्राह्मण समाज के निशाने पर आए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने अब इस वर्ग को अपना निशाना बनाया है. उन्होंने ब्राह्मण समुदाय के लोगों को अपने घर भोजन का पर बुलाया है.हालांकि इसके साथ उन्होंने एक शर्त भी रखी है. मांझी ने कहा है कि इस भोज में वही ब्राह्मण शामिल हों जिन्होंने कभी मांस-मदिरा का सेवन न किया हो और न ही चोरी-डकैती की हो.
ऐसे ब्राहमणों को मांझी ने खाने पर बुलाया घर
बिहार के पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘वैसे ब्राह्मण-पंडित जिन्होंने कभी मांस-मदिरा का सेवन नहीं किया हो, चोरी-डकैती नहीं की हो, वह 27 दिसंबर 2021 को पटना स्थित मेरे सरकारी आवास पर दोपहर 12.30 बजे आएं और दलित-आदिवासी परिवारों के साथ भोज शामिल होकर सामाजिक एकता का परिचय दें. बता दें बीतें ’18 दिसंबर को पटना में भुइयां समाज के बीच मांझी ने ब्राह्मणों के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था.
पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान
उन्होंने कहा था कि आज कल दलित समाज में सत्यनारायण भगवान की पूजा का चलन बहुत बढ़ गया है. सभी जगह ब्राह्मण पूजा करवाते हैं. वह पूजा करवाते हैं लेकिन उस घर में खाना नहीं खाते. वह कहते हैं कि केवल पैसा दे दीजिए. उनके इस बयान पर विवाद बढ़ा था तो मांझी ने कहा था कि मैंने जिनकी बात की है वह ब्राह्मण हैं ही नहीं. मैं सनातन धर्म को मानता हूं और ब्राह्मणवाद का पूरी तरह विरोध करता हूं.