पंजाब में फिर जोर पकड़ रहा किसान आंदोलन, तीसरे दिन 128 ट्रेनें प्रभावित
फिरोजपुर. पंजाब (Punjab) में विभिन्न स्थानों पर बुधवार को तीसरे दिन भी किसानों (Farmers) ने रेल पटरियों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे 128 ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुईं. रेलवे के फिरोजपुर मंडल के अधिकारियों के अनुसार 59 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. 34 ट्रेनों को उनके नियत प्रस्थान स्टेशन की जगह किसी दूसरे स्टेशन से चलाया गया और 35 ट्रेनों को उनके निर्धारित गंतव्य स्टेशन से पहले ही रोक दिया गया. प्रभावित होने वाली 128 ट्रेनों में से 104 ट्रेनें मेल या एक्सप्रेस ट्रेनें थीं, जबकि 24 यात्री ट्रेनें थीं. मंडल रेल प्रबंधक (फिरोजपुर मंडल) सीमा शर्मा ने कहा कि यात्रियों को हर संभव मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए रेलवे ने सभी स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए हैं.
उन्होंने कहा, ‘हम यात्रियों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए कम दूरी के स्टेशनों के बीच ट्रेनें चलाने की कोशिश कर रहे हैं.’ किसान मजदूर संघर्ष समिति के बैनर तले किसानों ने सोमवार को आंदोलन शुरू किया था. वे पूर्ण कर्ज माफी, कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर चले आंदोलन के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि किसान मजदूर संघर्ष समिति के झंडे तले किसानों ने सोमवार को आंदोलन शुरू कर कर्जमाफी के अलावा उन लोगों के परिवारों को मुआवजा देने की मांग की, जो साल भर से चल रहे कृषि विरोधी कानून आंदोलन के दौरान मारे गए थे और उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले रद्द किए जाने की मांग की गई है. प्रदर्शनकारी किसान फसलों के लिए 50 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा, गन्ना फसलों का बकाया भुगतान जारी करने और ठेका व्यवस्था खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं. किसान नेता सतनाम सिंह पन्नू ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, वे अपना धरना नहीं हटाएंगे.
उन्होंने कहा, ’28 सितंबर को एक बैठक के दौरान, हमें मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा आश्वासन दिया गया था, लेकिन राज्य सरकार बाद में पीछे हट गई. चार जगहों के अलावा जहां किसान इस समय धरने पर बैठे हैं, हम कल से पंजाब में तीन और जगहों पर धरना शुरू करेंगे.’फिरोजपुर, तरनतारन, अमृतसर और होशियारपुर में इस समय किसान अलग-अलग जगहों पर रेलवे ट्रैक पर धरना दे रहे हैं.