बैंकों के निजीकरण पर वरुण गांधी ने bjp सरकार से किया सवाल, कहा- कैसे मिलेगी लोगों नौकरी
वरुण गाँधी ने बैंकों के निजीकरण का किया विरोध, कही ये बात
लखनऊ: आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो गईं हैं. वहीँ पार्टियां विपक्ष पर हमलावर होने से भी पीछे नहीं हट रही हैं. हालांकि यूपी चुनाव के बीच बीजेपी से पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी ने बार फिर बागी रुख अपना लिया है. एक बार फिर उन्होंने अपनी ही सरकार पर निशाना साधा हैं.
वरुण गांधी ने जहां एक ओर बैंकों के निजीकरण कर विरोध किया तो वहीं अमेजन, फ्लिपकार्ट पर हमला बोला. वरुण गांधी ने कहा कि किसानों के हित में केवल मैं खड़ा हुआ था. इसका विरोध करने की बाकी किसी भी सांसद में हिम्मत नहीं हुई है.
बरेली में अपनी सरकार वरुण गांधी ने उठाया सवाल
बता दें बरेली के बहेड़ी में अलग-अलग गांव के निरीक्षण पर पहुंचे वरुण गांधी ने सरकार पर हमलावर होते हुए बोला कि अगर बैंकों का निजीकरण होगा तो जो 10 लाख लोग बेरोजगार होंगे. उनको दोबारा रोजगार कौन देगा. उनके बच्चों को कौन खिलाएगा. अगर बीएसएनएल, मेंटनल, एयरपोर्ट, एयरलाइन बिकेंगे तो आम आदमी के बेटे को नौकरी कौन देगा. आज एक आदमी नौकरी के लिए जाता है तो उससे उसकी काबिलियत नहीं पूछी जाती है. उससे कहा जाता है रिश्वत कितनी दोगे. आप किसकी सिफारिश लाए हैं. इससे हमारा देश अंदर से खोखला होता जा रहा है. इतना ही नहीं उन्होंने कहा आने वाले टाइम में एक आम आदमी को रोजगार ढूढ़ने में काफी परेशानी आएगी.
वरुण गांधी ने सरकार पर कसा तंज, कही ये बात
उन्होंने आगे कहा कि किसान को लोन के लिए बहुत सारे कागज देने होते हैं और जो 10 हजार करोड़ का लोन लेता है उसे कोई कागज नहीं देना होता. जब वह पैसे नहीं देता तो कहा जाता है 50 परसेंट दे दो, लेकिन आम आदमी के घर की कुर्की हो जाती है. उसकी इज्जत भी उछाली जाती है. मैं चाहता हूं आप सभी मेरा साथ दें. बहुत सारे लोग अपने स्वार्थ में राजनीति करते हैं. जिनके पैरों में चप्पल नहीं है वह बड़ी बड़ी कोठियां बना रहे हैं. बड़ी बड़ी कालोनियां काट रहे हैं, लेकिन वरुण गांधी इसी गाड़ी में आए थे. चुनाव में आज भी इसी गाड़ी में आए और अगले चुनाव में भी इसी गाड़ी में दिखाई देंगे.