आज से फिर गहलोत सरकार करेगी आपकी सुनवाई, PCC में लगेगा मंत्री दरबार
जयपुर. आम लोगों को अब अपनी शिकायतों और समस्याओं के निपटारे के लिए सरकार को ढूंढना नहीं पड़ेगा. सरकार के मंत्री अब आम लोगों की सुनवाई (Public hearing) के लिए कम से कम सप्ताह के तीन दिन आवश्यक रूप से उपस्थित रहेंगे. करीब 21 महीने के अंतराल के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (Rajasthan Congress Office) में आज से फिर मंत्री दरबार की व्यवस्था शुरू होने जा रही है. इस व्यवस्था के तहत सरकार के मंत्री सप्ताह के शुरुआती तीन दिन यानि सोमवार, मंगलवार और बुधवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में उपस्थित रहकर जनसुनवाई करेंगे.
इस जनसुनवाई के दौरान पीसीसी के पदाधिकारी भी उनके साथ रहेंगे. प्रतिदिन दो या तीन मंत्री और दो या तीन पदाधिकारियों द्वारा आम लोगों की सुनवाई की जाएगी. पीसीसी की ओर से 11 जनवरी तक का सुनवाई कार्यक्रम तय किया जा चुका है. हर रोज सुबह 11 बजे से 2 बजे तक मंत्री और पदाधिकारी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठकर आम लोगों की समस्याएं और शिकायतें सुनेंगे. हालांकि आज पहले ही दिन कैबिनेट मीटिंग की वजह से जनसुनवाई सुबह 11 बजे की जगह दोपहर 2 बजे से होगी.
यह रहेगा जनसुनवाई का रोस्टर
आज पहले दिन मंत्री बी डी कल्ला और सुखराम विश्नोई जनसुनवाई करेंगे. उपाध्यक्ष हरिमोहन शर्मा और सचिव देशराज मीणा उनके साथ रहेंगे.
-20 दिसंबर को मंत्री शांति धारीवाल, अर्जुन सिंह बामनिया और अशोक चांदना. उपाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी, सचिव जसवंत गुर्ज और प्रतिष्ठा यादव.
– 21 दिसंबर को मंत्री हेमाराम चौधरी, शाले मोहम्मद और मुरारीलाल मीणा. उपाध्यक्ष नसीम अख्तर इंसाफ, सचिव फूलसिंह ओला और प्रशान्त शर्मा.
– 22 दिसंबर को मंत्री परसादीलाल मीणा और डॉ. सुभाष गर्ग. सचिव जिया उर रहमान, पुष्पेन्द्र भारद्वाज और राजेन्द्र यादव.
– 27 दिसंबर को मंत्री लालचन्द कटारिया, भजनलाल जाटव और जाहिदा खान. महासचिव जीआर खटाणा, सचिव ललित यादव और सचिन सर्वटे.
– 28 दिसंबर को मंत्री महेन्द्रजीत सिंह मालवीय और ममता भूपेश. महासचिव लाखन मीणा, सचिव महेन्द्र सिंह खेड़ी और श्रवण पटेल.
– 29 दिसंबर को मंत्री डॉ. महेश जोशी और गोविन्दराम मेघवाल. महासचिव रीटा चौधरी, राकेश पारीक और सचिव रवि पटेल.
– 03 जनवरी को मंत्री रामलाल जाट और टीकाराम जूली. महासचिव प्रशान्त बैरवा और सचिव शोभा सोलंकी.
– 04 जनवरी को मंत्री प्रमोद जैन भाया और भंवर सिंह भाटी. महासचिव मांगीलाल गरासिया, वेदप्रकाश सोलंकी और सचिव विशाल जांगिड़.
– 05 जनवरी को मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, प्रताप सिंह खाचरियावास और राजेन्द्र सिंह यादव. महासचिव हाकम अली, सचिव महेन्द्र सिंह गुर्जर और राखी गौतम.
– 10 जनवरी को मंत्री रमेशचन्द मीणा, शकुन्तला रावत और राजेन्द्र सिंह गुढ़ा. महासचिव गजेन्द्र सिंह सांखला, सचिव भूराराम सिरवी और राजेन्द्र मूंड.
– 11 जनवरी को मंत्री उदयलाल आंजना और बृजेन्द्र ओला. पदाधिकारी सचिव मुकेश वर्मा और निम्बाराम गरासिया मौजूद रहेंगे.
अनुपस्थित रहने पर संबंधित मंत्री को इसकी पूर्व सूचना देनी होगी
कोरोना संक्रमण के चलते पीसीसी में फरवरी 2020 में मंत्रियों की जनसुनवाई बंद हो गई थी. अब फिर से यह व्यवस्था शुरू की जा रही है. जनसुनवाई में मिली समस्याओं-शिकायतों को लेकर निस्तारण के लिए संबधित अधिकारियों को लिखा जाएगा. जनसुनवाई की पूरी रिपोर्ट भी तैयार होगी. उसमें बताया जाएगा कि कितने लोग जनसुनवाई में आए और कितने लोगों की समस्याओं का समाधान हुआ. जनसुनवाई से अनुपस्थित रहने पर संबंधित मंत्री को इसकी पूर्व सूचना मुख्यमंत्री और पीसीसी कार्यालय को मेल के जरिए देनी होगी.
मिशन 2023 पर है नजर
सरकार का फोकस अब मिशन 2023 पर है. मंत्री दरबार के जरिए कांग्रेस जनता से किया वादा निभा रही है. इसके साथ ही जनता से जुड़ने का प्रयास भी कर रही है. मंत्री अब ना केवल पीसीसी में जनसुनवाई करेंगे बल्कि अपने निवास पर भी सप्ताह में तीन दिन जनसुनवाई करेंगे. सभी मंत्रियों को आम लोगों के लिए अपने दरवाजे हमेशा खुले रखने होंगे.