नंदी गोपाल का बबुआ पर तंज, मुस्लिम वोटरों के लिए ओसामा को बता सकते हैं आदर्श

अखिलेश यादव की इज्जत करते हैं नंदी गोपाल , लेकिन टिप्पणी करने पर करते हैं मजबूर

लखनऊ: विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सभी पार्टी के नेता एक्टिव मोड में आ चुके हैं। पार्टी के नेता लगातार विपक्ष पर हमला बोल रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने हरदोई में अखिलेश यादव पर जमकर हमला बोला। नंदी बीजेपी पार्टी की जिला महिला अध्यक्ष अलका गुप्ता के घर पहुंचे थे।  यहां पर उन्होंने मीडिया से रूबरू होने के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव तंज कसा कसते हुए कहा कि मुस्लिम वोटरों के लिए अखिलेश यादव जिन्ना और ओसामा बिन लादेन का नाम ले सकते हैं।  उन्होंने सपा  और बसपा पर सरकारी नौकरियों ने लाखों रुपए लेने का भी आरोप लगाया।

अखिलेश की इज्जत करता हूं-नंदी

दरअसल, बीते दिन अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर हमला करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि ‘भाजपा सरकार विकास के जिस घोड़े पर सवार है, वह  फ़िल्मी शूटिंग जैसा नकली घोड़ा है।  जो बस हिलता-डुलता है पर आगे नहीं बढ़ता। ‘ इस पर बयान  पलटवार करते हुए नंदी ने कहा, ‘देखिए अखिलेश यादव के बारे में जगजाहिर है।  मैं इतने बड़े प्रदेश के मुखिया के रूप में, जिन्होंने 5 साल काम किया हो उनके बारे में ऐसी टिप्पणी करना उचित नहीं समझता।  लेकिन बार-बार जो ओछी हरकते हैं कुछ कहने पर मजबूर कर देते हैं।

ओसामा को भी आदर्श मानने लगे हैं अखिलेश- नंदी

नंदी ने कहा कि उनके बारे में टोटी वाली बात तो जगजाहिर है।  इसकी चर्चा हमेशा होती रहती है।  इसके अलावा, आपने देखा कि वह जिन्ना को इस देश का आदर्श बताने में लगे हैं।  हो सकता है कभी वह ओसामा बिन लादेन को भी देश का आदर्श बता दें।  आप सोचिए, इस देश के वैज्ञानिकों का, इस देश के डॉक्टरों का भी मजाक उड़ा रहे है।  यह कहा जा रहा है कि बीजेपी की वैक्सीन है, हम नहीं लगवाएंगे।

पिता के वैक्सीन लगाने के बाद बदले अखिलेश के सुर

जब करोना जैसी महामारी से पूरी दुनिया लड़ रही थी, तब भारत के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने वैक्सीन वैक्सीन बनाया और देश को सुरक्षित कर पा रहे हैं।  ऐसे समय पर वैक्सीन को लेकर अखिलेश यादव ने ये बयान दिया, जो किसी बचकानी हरकत से कम नहीं था।  नंदी ने कहा कि मुलायम सिंह को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने अपने बेटे द्वारा फैलाए गए भ्रम को दूर करने का काम किया।  उन्होंने खुद वैक्सीन लगवाई।  इसके बाद अखिलेश गुलाटी मार गए और बोलने लगे कि वैक्सीन लगवानी चाहिए।

योगी सरकार में लगीं बहुतों की नौकरियां

वहीं, बसपा की सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने बताया कि शेड्यूल कास्ट से 5 लाख और 7 लाख लिए जाते थे।  गैर शेड्यूल कास्ट से 15-20 लाख।  वहीं, बैकवर्ड, अदर दैन बैकवर्ड और सवर्ण जातियों से उन लोगों से 20-20, 25- 25 लाख की भरपाई की गई।  इस प्रदेश को जाति-धर्म-मजहब के भेदभाव से ऊपर उठा कर के सीएम योगी के नेतृत्व में 5 लाख से ऊपर नौकरियां लगीं और आज आदमी छाती ठोक कर कहता है कि कहीं एक पैसा नहीं देना पड़ा। कहीं सिफारिश नहीं करनी पड़ी।  इसके अलावा, मुस्लिम के बेटे की भी नौकरी लगी, दलित के बेटे, यादव, वैश्य समाज, ब्राह्मण समाज, सभी जाति-धर्म-मजहब को लोगों को नौकरी मिली।

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