माफियाओं पर बुलडोजर चलने से सपा को क्यो होती है तकलीफ, CM योगी ने बताया कारण

सपा सरकार ने अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाते हुए किया काम- योगी

लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सभी पार्टिया एक्टिव हो गई है। चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी दल जमकर तैयारिया कर रहे है। ऐसे में ऐसे में कटाक्ष करना तो स्वभाविक है। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश पर तंज कसते हुए  समाजवादी पार्टी को ‘दुर्दांत माफियाओं की सरपरस्त’ करार दिया। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि सरकार द्वारा अराजक तत्वों की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाये जाने से सबसे ज्यादा तकलीफ उसे होती है। सीएम योगी ने यहां व्यापारी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि व्यापार के लिए सुरक्षा और बेहतर माहौल बहुत आवश्यक है। उनकी सरकार ने अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाते हुए काम किया है जिसकी वजह से व्यापारियों में विश्वास पैदा हुआ है।

मुख्यमंत्री ने दावा किया सपा सरकार में 300 हुए दंगे

सीएम योगी ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलाए जाने का जिक्र करते हुए कहा ‘माफियाओं के खिलाफ ऐसी कार्रवाई से सबसे ज्यादा तकलीफ समाजवादी पार्टी को होती है क्योंकि वह इन सभी दुर्दांत माफियाओं की सरपरस्त है.’ मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रदेश की पूर्ववर्ती सपा सरकार के कार्यकाल में दंगे की लगभग 300 घटनाएं हुई जिसकी सीधी चोट व्यापारियों पर हुई। उन्होंने कहा, ‘‘दंगे होते थे। व्यापारियों के प्रतिष्ठान जलाए जाते थे, लूटे जाते थे और अगर व्यापारी न्याय की गुहार करते थे तो उन पर झूठे मुकदमे भी दर्ज होते थे। यह वास्तविक चेहरा था समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस का है।

सपा सरकार के कार्यकाल में 70 फीसद व्यापारी प्लायन

उन्होंने कहा कि लखनऊ के व्यापारी श्रवण साहू के बेटे की हत्या हुई। श्रवण जब न्याय की गुहार लगा रहे थे तब उनके साथ क्या हुआ। यह सपा शासनकाल के काले दिनों की याद दिलाता है। योगी ने शामली के कैराना कस्बे से व्यापारियों के कथित पलायन का जिक्र करते हुए कहा कि अब बीजेपी के शासन काल में अपराध के प्रति ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है। उन्होंने दावा किया कि सपा सरकार के कार्यकाल में कैराना के 70 फीसद से ज्यादा व्यापारी दिल्ली, हरियाणा, मुंबई, गुजरात और बेंगलुरु चले गए थे।

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