अरुण जेटली के परिवार ने इस वजह से उनकी पेंशन लेने से किया इनकार
स्वर्गीय अरुण जेटली के परिवार ने जेटली के लिए मिलने वाली पेंशन लेने से इंकार कर दिया है। उनकी पेंशन के लिए उनकी पत्नी ने राज्यसभा के उपसभापति एम वेंकैया नायडू को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि भाजपा नेता को मिलने वाली पेंशन उन कर्मचारियों को दान कर दी जाए जिनकी तनख्वाह कम है।
संगीता जेटली ने वेंकैया नायडू को पत्र लिखकर कहा, ‘जिस महान कार्य को अरुण किया करते थे, उसी मार्ग पर चलते हुए मैं संसद से अनुरोध करती हूं कि एक दिवंगत सांसद के परिवार को मिलने वाली पेंशन को उस संस्थान के जरुरतमंद लोगों को दान कर दिया जाए जिसकी जेटली ने दो दशकों तक सेवा की है। यानी राज्यसभा के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को दी जाए। मुझे पूरा विश्वास है कि अरुण की भी यही इच्छा होती।’ पत्र की एक प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी भेजी गई है।
तीन लाख मिलती पेंशन
पत्र में संगीता जेटली ने आगे लिखा, ‘अरुण हमेशा से एक परोपकारी रहे हैं। अपने कानूनी पेशे या राजनीति में उन्होंने जो भी सफलता हासिल की, उनका मानना था कि यह उन्हें गुरु, सहयोगियों के समर्थन और दोस्तों, रिश्तेदारों की शुभकामनाओं के कारण मिली है। वह हमेशा जरुरत के समय हर किसी की मदद के लिए खड़े रहे।’ बता दें कि अरुण जेटली के परिवार को पेंशन के तौर पर 3 लाख रुपए मिलने थे। हालाँकि उनके परिवार ने पेंशन के ये पैसे लेने से मना कर दिया है।