सरकार पर फूटा अभ्यर्थियों का गुस्सा, विपक्ष ने भी बोला हमला
यूपी एसटीएफ को इसकी जांच सौंप दी हैन
लखनऊ. यूपी टीईटी की परीक्षा के पेपर लीक होने और उसके बाद इसकी परीक्षा रद्द करने की खबर आते ही प्रदेश के लाखों अभ्यर्थी एक बार फिर निराश हो गए हैं. वहीं यूपी में बार-बार पेपर लीक जैसी घटनाओं के होने से अभ्यर्थी नाराज हैं. हालांकि प्रदेश सरकार ने पेपर लीक की खबर आने के तुरंत बाद ही यूपी एसटीएफ को इसकी जांच सौंप दी है, लेकिन अभ्यर्थी इस बात से ज्यादा परेशान हैं कि अब यह परीक्षा कब होगी.
विपक्षी दलों ने भी बोला हमला
पेपर लीक को लेकर प्रदेश की भाजपा सरकार पर विपक्षी दलों ने भी हमला बोला है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने इसे प्रदेश सरकार की विपलता करार दिया है. सपा नेता अनुराग भदौरिया नेकहा कि ‘यूपी टीईटी की परीक्षा का पेपर लीक हो गया, 21 लाख परीक्षार्थी बैठने वाले थे, लेकिन अब उनका भविष्य अंधकार में चला गया. यहां पेपर लीक माफिया लगातार काम कर रहा है. हर पेपर होने से पहले लीक हो जाता है.’ कांग्रेस के प्रवक्ता ने भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. पार्टी प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा, ‘सरकार एक भी परीक्षा सही तरीके से नहीं करवा पा रही है, कहां 70 लाख नौकरियां देने का वादा कर रही थी, यहां परीक्षा नहीं करवा पा रहे हैं.’
एक महीने के अंदर होगी परीक्षा
प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा, ‘पेपर लीक की सूचना मिली है, इसलिए दोनों पालियों की परीक्षा तत्काल प्रभाव से निरस्त की जा रही है. पुनः एक महीने के अंदर अभ्यर्थियों से बिना कोई शुल्क लिए परीक्षा कराई जाएगी.’ डॉ. द्विवेदी ने यह भी कहा कि इस मामले में एफआईआर कराने के निर्देश दिए गए हैं और यूपी एसटीएफ को जांच सौंपी जा रही है, ताकि दोषियों को चिन्हित करके उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके.’