केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां कृष्णा ने की अखिलेश से मुलाकात, सपा देगी 50 सीट
सहयोगी दलों को 50 सीट देने का फैसला किया
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने छोटे दलों से गठबंधन को अंतिम रूप देते हुए सभी सहयोगी दलों को अधिकतम 50 सीट देने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक 403 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम 350 सीटों पर सपा अपने उम्मीदवार उतारेगी। इनमें सहयोगी दलों के कुछ उम्मीदवार ऐसे भी होंगे जो सपा के चुनाव चिह्न पर किस्मत आजमाएंगे।
अखिलेश ने नेता कृष्णा पटेल से की मुलाकात
बता दे कि अपना दल की नेता कृष्णा पटेल ने भी बुधवार को अखिलेश से मुलाकात की। पटेल प्रतापगढ़ सदर सीट से खुद चुनाव लड़ना चाहती हैं। सपा के साथ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन की रूपरेखा तय कर ली गई है। सपा के गठबंधन के दायरे में सुभासपा और रालोद बाद अब आम आदमी पार्टी एवं अपना दल भी आ गए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के बीच मंगलवार को हुई कई दौर की बैठक में रालोद को 36 सीट देने पर सहमति बन गयी है। इनमें से 8 सीटों पर रालोद के उम्मीदवार सपा के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। जबकि 28 सीटों पर रालोद के चुनाव चिह्न पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी। रालोद ने गठबंधन के तहत सपा से 50 सीटों की मांग की थी। फिलहाल पश्चिमी उत्तर प्रदेश की चरथावाल सीट सहित तीन सीटों पर उम्मीदवार को लेकर पेंच फंसा है। चरथावाल सीट पर जयंत खुद चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि सपा हाल ही में भाजपा से छोड़कर पार्टी में शामिल हुये हरेन्द्र मलिक को इस सीट से उतारना चाहती है।
जानिए सपा की क्या है अजेंडा
अखिलेश यादव ने सीटों के बटवारे को लेकर जयंत से मंगलवार को निर्णायक दौर की बातचीत के बाद बुधवार को आप के नेता संजय सिंह और अपना दल की कृष्णा पटेल से भी मुलाकात की। यहां स्थित लोहिया ट्रस्ट में सपा के कैंप कार्यालय में अखिलेश के साथ मुलाकात के बाद संजय सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि बैठक में चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश को भाजपा के कुशासन से मुक्त करने के लिए एक कॉमन एजेंडे पर बातचीत हुई। सीटों के बंटवारे के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी बातचीत शुरू हुई है, आगे अभी बातचीत जारी रहेगी तब सीटों के बारे में कोई फैसला होगा।