जानिए तीनों कृषि कानून वापस लेने के फैसले पर विपक्ष ने क्या कहा
कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया संसद के अगले सत्र में
नई दिल्ली. PM मोदी ने तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि नए कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया संसद के अगले सत्र में की जाएगी. बता दें कि देश के कई हिस्सों में किसान इस कानून का पिछले एक साल से विरोध कर रहे थे. अब सरकार ने इस फैसले का स्वागत किया जा रहा है. विपक्षी दलों ने कहा है कि सरकार को आखिरकार किसानों के सामने झुकना पड़ा.
राहुल गांधी ने कही ये बात
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तीनों केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद शुक्रवार को कहा कि देश के अन्नदाताओं ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सिर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’’ राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ कुछ महीने पहले पंजाब में निकाली गई अपनी एक यात्रा के दौरान दिए गए अपने उस बयान एक वीडियो भी साझा किया जिसमें उन्होंने दावा किया था कि केंद्र सरकार एक दिन ये कानून वापस लेने को मजबूर होगी.
पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया. उधर किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन उगराहां के प्रदेशाध्यक्ष जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुरु पर्व पर कृषि कानूनों को निरस्त करने का फैसला अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि सभी किसान संघ एक साथ बैठेंगे और भविष्य में उठाए जाने वाले कदमों पर निर्णय लेंगे.
आगामी सत्र में विधेयकआएगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले करीब एक वर्ष से अधिक समय से विवादों में घिरे तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की घोषणा की और इसके लिए संसद के आगामी सत्र में विधेयक लाया जाएगा. तीनों कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन कर रहे थे.
जानिए किसा मिला फायदा
प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को गुरु नानक जयंती के अवसर पर राष्ट्र के नाम संबोधन में इस आशय की घोषणा की. उन्होंने कहा, ‘पांच दशक के अपने सार्वजनिक जीवन में मैंने किसानों की मुश्किलों, चुनौतियों को बहुत करीब से अनुभव किया है.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए छोटे किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए अपनी सरकार द्वारा उठाए कदमों को रेखांकित किया. मोदी ने कहा कि उनकी सरकार तीन नये कृषि कानून के फायदों को किसानों के एक वर्ग को तमाम प्रयासों के बावजूद समझाने में नाकाम रही. उन्होंने कहा कि इन तीनों कृषि कानूनों का लक्ष्य किसानों विशेषकर छोटे किसानों का सशक्तीकरण था.