दो मंत्रियों की सुरक्षा बढ़ी, डिप्टी CM दिनेश शर्मा को जेड प्लस, ब्रजेश पाठक को…
यूपी सरकार ने खुफिया विभाग से मिले इनपुट के आधार पर राज्य के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और कानून मंत्री ब्रजेश पाठक की सुरक्षा बढ़ा दी है। डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को जेड प्लस और मंत्री ब्रजेश पाठक को जेड श्रेणी सुरक्षा दी गई है। बताया जा रहा है कि खुफिया विभाग से मिली जानकारियों के बाद राज्य सरकार ने कई नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा की। इसके बाद डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और ब्रजेश पाठक की सुरक्षा बढ़ाई गई।
कितने सुरक्षाकर्मी होते हैं जेड कैटेगरी में
जेड कैटेगरी सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षा गार्ड होते हैं। अत्याधुनिक हथियारों से लैस फोर्स वीआईपी को सुरक्षा देती है। इस फोर्स में 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड वीआईपी के घर पर रहते हैं। इसके अलावा छह राउंड द क्लॉक पीएसओ, तीन शिफ्ट में 12 आर्म्ड स्कॉर्ट के कमांडो, दो वाचर्स शिफ्ट में और तीन ट्रेंड ड्राइवर चौबीसों घंटे मौजूद रहते हैं।
देश में इतने लोगों को दी जा रही जेड प्लस सुरक्षा
इस साल मार्च महीने में लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बताया था कि देश में कुल 40 लोगों को जेड प्लस सुरक्षा दी जा रही है। यह सुरक्षा केंद्रीय एजेंसियों की ओर से खतरे के आंकलन के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट के आधार पर दी जाती है। इस सुरक्षा में नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवान अलग-अलग वीआईपी को ‘ब्लू बुक’ के आधार पर सुरक्षा देते हैं। इसमें कुल 58 कमांडो तैनात होते हैं। वीआईपी के चारों तरफ सुरक्षा का कड़ा पहरा होता है। 10 आर्म्ड स्टैटिक गार्ड, छह पीएसओ एक समय में चौबीसों घंटे, 24 जवान एस्कॉर्ट में चौबीसों घंटे और पांच वॉचर्स दो शिफ्ट में रहते हैं। एक इंस्पेक्टर या सब इंस्पेक्टर इंचार्ज के तौर पर तैनात रहता है। देश में जेड प्लस और जेड कैटेगरी के अलावा वाई और एक्स कैटेगरी की भी सुरक्षा दी जाती है।