शिवपाल यादव ने भतीजे अखिलेश के सामने रखी शर्त, गठबंधन को लेकर दिया ये बयान
गोरखपुर. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) से पहले गठबंधनों को लेकर सियासत तेज हो गई है. इसी कड़ी में अपनी राजनीति जमीन की तलाश में मिशन 2022 को साधने निकले प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने गोरखपुर (Gorakhpur) के चंपा देवी पार्क मैदान में अपने सैकड़ों समर्थकों के बीच ये ऐलान किया कि अगर 2022 में उनकी पार्टी की सरकार बनी तो प्रत्येक परिवार में एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी दी जायेगी. साथ ही शिवपाल ने कहा कि डिग्री पाने वाले छात्रों को 5 लाख रुपया भी दिया जायेगा. जिससे वो अपना रोजगार कर सकें. शिवपाल ने कहा कि वो अभी भी इंतजार कर रहे हैं कि समाजवादी पार्टी की तरफ गठबंधन की बात हो. साथ ही कहा कि भाजपा को सत्ता से बेदखल करने के लिए अपनी पार्टी का सपा में विलय करने को भी तैयार हैं.
समाजवादी पार्टी से गठबंधन कब होगा या प्रसपा का विलय कैसे होगा इस पर शिवपाल यादव के पास कोई जवाब नहीं था. साथ ही गठबंधन होने पर कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे ये भी नहीं बताया. उन्होंने कहा कि वो भाजपा की सरकार को हटाने के लिए किसी भी तरह के त्याग के लिए तैयार हैं. शिवपाल यादव ने कहा कि वो चुनाव लड़ेंगे, सम्मानजनक तरीके से टिकट मिले तो विलय होगा. शिवपाल यादव ने कहा कि अगर सपा के साथ गठबंधन हो जाए तो वो भाजपा को हराकर प्रदेश में सरकार बनवा देंगे. इसके पहले प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की सामाजिक परिवर्तन यात्रा गुरुवार को गोरखपुर पहुंची और यहां के चंपा देवी पार्क में एक जनसभा भी हुई.
दावा यह था कि यहां पर आने वाली भीड़ ऐतिहासिक होगी और गोरखपुर में बीजेपी का समीकरण बिगाड़ कर रख देगी. इस कार्यक्रम में गोरखपुर जिले के 9 विधानसभाओं से सभी संभावित प्रत्याशियों को शक्ति प्रदर्शन के लिए कहा गया था और 20 हजार से अधिक लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया था. हालांकि यहां पर टेंट में 5 हजार कुर्सियां लगाई गई थी. लेकिन हालात यह थे कि जब शिवपाल यादव मंच पर बोलने के लिए आए तो पंडाल की लगभग आधी कुर्सियां खाली थीं. शिवपाल सूनी कुर्सियों को प्रदेश की बदहाली की दास्तां सुना रहे थे. शायद इसलिए शिवपाल के भाषण में 2016 के पहले अच्छे दिनों वाली बातें अधिक शामिल थीं.