यमुना नदी में गंदगी देख भड़के मनोज तिवारी, दिल्‍ली सरकार को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली. लोक आस्‍था का छठ पर्व (Chhath Puja 2021) सोमवार को नहाए-खाए के साथ शुरू हो चुका है. वहीं, दिल्‍ली में भी यह पर्व पूरी धूमधाम से मनाया जा रहा है, लेकिन इस दौरान यमुना नदी में जहरीले झाग (Poisonous Foam) को लेकर सियासत शुरू हो गयी है. छठ पर्व के दौरान कालिंदी कुंज यमुना घाट पर पहुंचे भाजपा सांसद मनोज तिवारी (BJP MP Manoj Tiwari) ने जैसे ही जहरीला झाग देखा तो वह भड़क उठे. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि इस मामले का सुप्रीम कोर्ट को इसका स्वत: संज्ञान लेना चाहिए और दिल्ली सरकार को बर्खास्त करना चाहिए. इस दौरान भाजपा सांसद ने जहरीले झाग में नाव की सवारी भी की.

इसके अलावा भाजपा सांसद ने कहा कि 7 साल बाद दिल्ली सरकार अगर यहां के लोगों को ये तस्वीर देती है तो अरिवंद केजरीवाल को पद पर रहने का अधिकार नहीं है. दिल्ली सरकार लोगों के घाटों पर आने पर रोक लगाती है लेकिन सफाई के झूठे दावे करती है.

श्रद्धालुओं ने कही ये बात
नहाए-खाए के साथ छठ पूजा आज से शुरू हो गयी है. जबकि 9 नवंबर को खरना होगा. इस दिन छठ व्रती के साथ पूरा परिवार दूध-भात, गुड़ और केले का सेवन करते हैं. इसके बाद 10 नवंबर को अस्‍ताचल सूर्य देवता को पहले अर्घ्‍य दिया जाता है. इसके अगले दिन यानी 11 नवंबर को अहले सुबह उगते हुए सूर्य को अंतिम अर्घ्‍य दिया जाता है. सुबह के अर्घ्‍य के साथ ही छठ महापर्व का समापन होता है. छठ पूजा के पहले दिन यमुना नदी में जहरीले झाग के बीच श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में स्नान किया. वहीं, एक ​श्रद्धालु महिला ने कहा, ‘यहां पानी बहुत गंदा है लेकिन छठ पूजा में नहाना पड़ता है, इसलिए हम नहाने आए हैं.

DDMA ने नहीं दी है यमुना घाट पर इजाजत
बता दें कि देश की राजधानी में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल यमुना नदी के किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है. हालांकि अन्‍य जगह बने घाटों पर कोरोना प्रोटोकॉल के साथ छठ पर्व मनाने की इजाजत है. वहीं, इसको लेकर भाजपा और दिल्‍ली सरकार के बीच जमकर सियासत हो रही है.

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