इटारसी निवासी IPS आशीष तिवारी पर अयोध्या में FIR
महिला बैंक अफसर ने खुदकुशी की, सुसाइड नोट में आशीष सहित तीन का नाम
मध्यप्रदेश के इटारसी के रहने वाले 2012 बैच के IPS आशीष तिवारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में FIR दर्ज हुई है। अयोध्या कोतवाली पुलिस ने पंजाब नेशनल बैंक की असिस्टेंट मैनेजर श्रद्धा गुप्ता सुसाइड केस में केस में आशीष समेत तीन लोगों को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोपी बनाया है। श्रद्धा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि उसकी विवेक गुप्ता नाम एक शख्स के साथ शादी तय हुई थी, बाद में खुद उसने शादी से इनकार कर दिया था। श्रद्धा ने IPS आशीष तिवारी और पुलिस अधिकारी अनिल रावत को भी अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था। शनिवार देर रात में पुलिस ने आशीष तिवारी, अनिल रावत, विवेक गुप्ता के खिलाफ FIR दर्ज की।
2012 बैच के IPS आशीष तिवारी मूल रूप से मध्य प्रदेश के इटारसी के रहने वाले हैं। उनके पिता कैलाश नारायण तिवारी रेलवे इटारसी में सिग्नल एंड टेलीकॉम विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर पद से रिटायर्ड हुए। पुरानी इटारसी के कृष्णाविहार कॉलोनी में पिता रहते हैं। आशीष की 12वीं तक की पढ़ाई इटारसी के केंद्रीय विद्यालय में हुई। 2002 से 2007 तक उन्होंने कानपुर IIT से कम्प्यूटर साइंस में B.Tech और फिर M.Tech कम्प्लीट किया।
लंदन और जापान में बैंक अफसर रहे, नौकरी छोड़ बने IPS
आशीष तिवारी ने 2007 में कैंपस सिलेक्शन के दौरान लंदन की लेहमैन ब्रदर्स कंपनी में सिलेक्ट हुए, जहां उन्होंने डेढ़ साल काम किया। इसके बाद उन्होंने जापान के नोमुरा बैंक में डेढ़ साल जॉब की। दोनों बैंकों में एक्सपर्ट एनालिस्ट पैनल में उनका सिलेक्शन हुआ था। उनकी सलाना सैलरी एक करोड़ रुपए थी।
2010 में आशीष ने वापस इंडिया आकर सिविल सर्विस की तैयारी की और 2011 में IRS इनकम टैक्स में उनका सिलेक्शन हुआ। 2012 में उनका IPS में सिलेक्शन हुआ। इसमें उन्होंने 219वीं रैंक हासिल की। 2013 में उनका IPS ट्रेनिंग के दौरान एक बार फिर सिलेक्शन हुआ और उन्हें 247वीं रैंक मिली।
SSF के इंचार्ज हैं IPS आशीष
आशीष तिवारी वर्तमान में SSF (स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स) के इंचार्ज हैं। वे पहले अयोध्या में रहे हैं। वर्तमान में उनकी लखनऊ में तैनाती है। वहीं, अनिल रावत की तैनाती अयोध्या में ही है।
30 अक्टूबर को फंदे पर लटका मिला था महिला अफसर का शव
मृतका श्रद्धा गुप्ता ख्वासपुरा के PNB (पंजाब नेशनल बैंक) की शाखा में बतौर क्लर्क साल 2015 में जॉइन किया था। प्रमोशन के बाद श्रद्धा को बछड़ा सुलतानपुर के PNB बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर भेजा गया। उसने बैंक के सामने विष्णु एंड कंपनी बिल्डिंग में कमरा किराए पर ले रखा था। श्रद्धा यहां अकेली रहती थीं। 30 अक्टूबर शनिवार की सुबह दूध वाले ने श्रद्धा के कमरे का दरवाजा खटखटाया।
अंदर से कोई आवाज नहीं आने पर उसने मकान मालिक को खबर दी। मकान मालिक ने खिड़की से अंदर झांका तो श्रद्धा को दुपट्टे के फंदे पर लटकता हुआ देखा। शव के पास सुसाइड नोट मिला। अपने सुसाइड नोट में IPS अधिकारी आशीष तिवारी समेत तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है। पिता का आरोप है कि विवेक अपने दोस्त से आशीष और अनिल रावत से बेटी को फोन कराकर परेशान करता था।
धमकी देता था मेरी पहुंच पुलिस के बड़े अधिकारियों तक
पिता ने बताया कि कई बार विवेक को समझाने का प्रयास किया। मगर, वो हर बार यही कहता कि मेरी पहुंच पुलिस के बड़े अधिकारियों तक है। अगर मुझे परेशान करोगे तो बहुत बुरा होगा। मेरी बेटी हर हफ्ते लखनऊ में मिलने आती थी। इन बीच 15 दिनों से वो काफी परेशान थी। श्रद्धा ने अपनी मां को बताया था कि विवेक परेशान कर रहा है। इतना ही नहीं वो बड़े-बड़े पुलिस अफसरों से फोन करा कर मानसिक तौर पर टॉर्चर करा रहा है। इसके बाद हम लोगों ने उसे समझाकर भेज दिया था।