PM मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात से बीजेपी खुश, कैथोलिक पादरियों ने कही ये बात

नई दिल्‍ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और पोप फ्रांसिस (Pope Francis) की मुलाकात को बीजेपी (BJP) ने जहां ऐतिहासिक बताया है, वहीं RSS ने कहा है कि हम ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ में विश्वास करते हैं. गोवा में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. पार्टी गोवा और मणिपुर में ईसाई समुदाय की ताकत के बल पर अपना वोट बैंक और मजबूत करना चाहती है. इसके साथ ही बीजेपी केरल में भी अपनी ताकत बढ़ाना चाहती है. यही कारण है कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की पोप फ्रांसिस के साथ एक घंटे चली बैठक और पोप को भारत आने के निमंत्रण को भाजपा नेता काफी महत्‍वपूर्ण मान रहे हैं.

हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पोप फ्रांसिस की मुलाकात के बाद ईसाई समुदाय के भीतर चिंता की कुछ आवाजें सुनाई दी हैं, जो की चर्च के नेताओं को भाजपा के करीब जाने से आगाह कर रही हैं. चर्च के कई प्रभावशाली रोमन कैथोलिक चर्च ने बीजेपी के साथ काम करने की इच्‍छा जताई है. सूत्रों के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में केरल में दोनों पक्षों के बीच बातचीत जारी है.बता दें कि शनिवार को पोप के साथ प्रधानमंत्री की गर्मजोशी से मुलाकात का चर्च ने स्वागत किया है. कार्डिनल बेसिलियोस क्लेमिस, सीरो-मलंकरा कैथोलिक चर्च के मेजर आर्कबिशप ने कहा कि हम सभी इस बात से बहुत उत्साहित और खुश हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप को भारत आने का निमंत्रण दिया है. आम तौर पर भारत का ईसाई समुदाय पोप के भारत आगमन खास तौर पर केरल आने की प्रतीक्षा कर रहा है. क्लेमिस ने कहा, इस बैठक का ऐतिहासिक महत्व है

बैठक को केवल दो देशों के प्रमुखों के बीच एक बैठक के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि, यह सबसे बड़े लोकतंत्र और एक प्राचीन संस्कृति का मुखिया और एक बड़े धार्मिक समुदाय के मुखिया के बीच में हुई बढ़ते रिश्‍ते के रूप में देखना चाहिए

क्लेमिस ने द संडे एक्सप्रेस को बताया कि यह विभिन्न धार्मिक समूहों के लोगों के बीच आपसी विश्वास और सहयोग के लिए भारत में सकारात्मक प्रयास लाएगा. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रगुजार हैं कि उन्‍होंने भारत में पोप यात्रा के लिए रास्ता खोल दिया है. भाजपा नेताओं ने कहा कि क्लेमिस के स्वागत नोट और केरल कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष जॉर्ज कार्डिनल अलंचेरी द्वारा स्वागत नोट ने ईसाई समुदाय के बीच पार्टी के प्रति विश्वास पैदा करने की उम्मीदों को फिर से जगा दिया है.

Related Articles

Back to top button