इटली में मोदी:रोम में इंडियन कम्युनिटी ने प्रधानमंत्री का स्वागत किया, संस्कृत के श्लोक पढ़े
इटली के रोम में गांधी की मूर्ति पर श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे मोदी का स्वागत करते लोग।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 दिन के विदेश दौरे पर इटली पहुंचे हैं। शुक्रवार को उन्होंने राजधानी रोम में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। यहां संस्कृत के श्लोंकों के साथ इंडियन कम्युनिटी ने उनका स्वागत किया। यहां वे जी-20 समिट में हिस्सा लेंगे।
इसके बाद प्रधानमंत्री ब्रिटेन ग्लास्गो (स्कॉटलैंड) पहुंचेंगे। यहां वे COP26 क्लाइमेट चेंज समिट में शिरकत करेंगे। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इटली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री वैटिकन सिटी जाकर पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात कर सकते हैं।
इटली में G20 समिट
G20 की यह मीटिंग वास्तव में पिछले साल, यानी 2020 में होनी थी, लेकिन कोरोना के चलते इसे टालना पड़ा। अब यह इटली के रोम में हो रही है। प्रधानमंत्री 31 अक्टूबर दोपहर तक रोम में रहेंगे। इसके बाद ग्लास्गो रवाना हो जाएंगे।
रोम में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए खड़े लोग।
G20 को ‘वर्ल्ड इकोनॉमिक इंजन’ भी कहा जाता है। यह इस ग्रुप की आठवीं मीटिंग होगी। इस बार की थीम है- पीपुल, प्लेनैट, प्रॉस्पैरिटी। चार मुख्य मुद्दों पर विचार होगा। इनमें महामारी से रिकवरी और जलवायु परिवर्तन मुख्य मुद्दे होंगे। माना जा रहा है मोदी इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी से भी मुलाकात कर सकते हैं।
भारतीय कम्युनिटी के लोग रोम में प्रधानमंत्री मोदी से मिलने पहुंचे थे।
पोप से मुलाकात संभव
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इटली दौरे पर प्रधानमंत्री कैथोलिक क्रिश्चियन्स के सबसे बड़े धर्मगुरू पोप फ्रांसिस से भी मुलाकात कर सकते हैं। हालांकि, यह मुलाकात उनके शेड्यूल का हिस्सा नहीं है और न ही विदेश मंत्रालय ने औपचारिक तौर पर इस बारे में कोई जानकारी दी है। प्रधानमंत्री इस मुलाकात के लिए वैटिकन सिटी जा सकते हैं जो रोम के बीच में ही है और इसे अलग देश का दर्जा हासिल है।
ब्रिटेन में जलवायु परिवर्तन पर फोकस
31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री इटली से ब्रिटेन पहुंचेंगे। यहां वे स्कॉटलैंड के ग्लास्गो में होने वाले जलवायु परिवर्तन से जुड़े सम्मेलन (COP26 क्लाइमेट चेंज समिट) में हिस्सा लेंगे। यह क्लाइमेट चेंज पर 26वीं समिट होगी। इटली और ब्रिटेन ने मिलकर इसका आयोजन किया है। इस सम्मेलन में 120 देशों के राष्ट्राध्यक्ष हिस्सा लेंगे।
माना जा रहा है कि मोदी इस समिट से इतर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से अलग से मुलाकात कर सकते हैं। इस साल प्रधानमंत्री की यह तीसरी विदेश यात्रा है। मार्च में वे बांग्लादेश गए थे। इसके बाद UNGA के सालाना सत्र में हिस्सा लिया था। अब वे इटली और ब्रिटेन जा रहे हैं।
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