ये चीन की हरकत तो नहीं:बीजिंग में UN के कार्यक्रम में भारतीय राजदूत ने चीन की आलोचना की तो माइक बंद हुआ
भारतीय राजदूत प्रियंका सोहोनी ने संयुक्त राष्ट्र की कॉन्फ्रेंस में चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पर भारत की तरफ से विरोध जताया।
हाल ही में चीन के बीजिंग में संयुक्त राष्ट्र की दूसरी सस्टेनेबल ट्रांसपोर्ट कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें भारत ने चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) और चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) का कड़ा विरोध किया; लेकिन जब भारतीय डिप्लोमैट चीन के कंट्रोवर्शियल प्रोजेक्ट को लेकर भारत का पक्ष रख रही थीं, तो उनका माइक बंद हो गया।
बीजिंग में चल रही इस कॉन्फ्रेंस में भारतीय राजदूत प्रियंका सोहोनी भारत की तरफ से चीन के BRI की आलोचना कर रही थीं, तभी कुछ देर को उनका माइक बंद हो गया। इसे ठीक होने में कुछ मिनट का समय लगा। इस बीच दूसरे स्पीकर का वीडियो चलने लगा, लेकिन संयुक्त राष्ट्र के अंडर-सेक्रेटरी-जनरल लियु झेनमिन ने तुरंत वीडियो को रोकते हुए प्रियंका सोहोनी को अपना भाषण जारी रखने को कहा।
भारतीय अखंडता और संप्रभुता पर हमला है चीन का यह प्रोजेक्ट
अपने भाषण में सोहोनी ने कहा, ‘इस कॉन्फ्रेंस में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव को लेकर कई बातें हुई हैं। मैं कहना चाहूंगी कि जहां तक चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का सवाल है, हम इससे खासतौर से प्रभावित हो रहे हैं। इसमें शामिल चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भारतीय संप्रभुता पर हमला है। कोई भी देश ऐसे किसी इनिशिएटिव को सपोर्ट नहीं कर सकता जो उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा हो।’
क्या है बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव?
बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अगुआई में 2013 में लॉन्च की गई मल्टी-बिलियन डॉलर परियोजना है, जिसका उद्देश्य चीन के प्रभाव को बढ़ाना और दक्षिणपूर्वी एशिया, मध्य एशिया, गल्फ क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप को जमीन और समुद्र के कई रास्तों से जोड़ना। 60 अरब डॉलर का चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर चीन के शिंजियांग प्रांत को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ग्वादर पोर्ट को कनेक्ट करता है। यह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का फ्लैगशिप प्रोजेक्ट है।
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