भारत में टेस्ला की एंट्री से पहले Elon Musk ने पीएम मोदी से लगाई गुहार, जानें क्या चाहते हैं मस्क?
नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला इंक (Tesla inc.) जल्द से जल्द भारतीय बाजार में प्रवेश करना चाहती है. कंपनी भारतीय बाजार (Auto market) में प्रवेश से पहले टैक्स कटौती का आश्वासन चाहती है. इसी के मद्देनजर टेस्ला (Tesla) ने बाजार में प्रवेश करने से पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) कार्यालय से इलेक्ट्रिक वाहनों पर आयात करों को कम करने का आग्रह किया है. रायटर्स की खबर के मुताबिक, टेस्ला पीएमओ ऑफिस से संपर्क करके इलेक्ट्रिक कार पर आयात शुल्क में कटौती करने की अपील की है. हालांकि, घरेलू कार कंपनियां टेस्ला को टैक्स में किसी तरह की छूट का मुखर विरोध कर रही हैं.
Tesla इस साल भारत में आयातित कारों की बिक्री शुरू करना चाहती है, लेकिन उनका कहना है कि भारत में टैक्स दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. टैक्स कटौती के लिए कंपनी भारत सरकार से पहली बार जुलाई में अपील की थी जिसके बाद से घरेलू कंपनियां आपत्ति जता रही है. घरेलू कंपनियों का मानना है कि इस तरह के कदम से घरेलू विनिर्माण में निवेश बाधित होगा.
पीएम मोदी से मिलना चाहते हैं एलन मस्क
रायटर्स को चार सूत्रों ने बताया कि एलन टेस्ला (Elon musk) ने इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से कंपनी के प्रमुख एलन मस्क की मुलाकात के लिए भी वक्त मांगा है. इस मामले में भारत में टेस्ला के पालिसी प्रमुख मनुज खुराना समेत शीर्ष अधिकारियों ने पिछले महीने पीएमओ में एक गुप्त बैठक की.इसमें कंपनी अधिकारियों ने कहा कि देश में टैक्स की दरें दुनियाभर में सबसे अधिक की श्रेणी में हैं. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि टेस्ला को पीएमओ से क्या जवाब मिला है.
कंपनी आयातित कारों की बिक्री इसी वर्ष शुरू करना चाहती है
टेस्ला भारत में अपनी आयातित कारों की इसी वर्ष बिक्री शुरू करना चाहती है. बैठक में टेस्ला का कहना था कि अगर टैक्स दरें घटाई नहीं गई तो कंपनी के लिए भारत में कारोबार करना व्यवहार्य नहीं रह जाएगा. इस बाजार में 40,000 डालर यानी करीब 30 लाख रुपये मूल्य तक के वाहनों पर 60 प्रतिशत आयात शुल्क है, लेकिन उससे अधिक मूल्य के वाहनों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगता है. अगर शुल्क की यही दरें प्रभावी रहीं तो ग्राहकों के लिए टेस्ला कारें लगभग पहुंच के बाहर हो जाएंगी.