सीएम योगी ने तैयार किया पांच लाख लोगों को रोजगार देने का प्लान, जानें कैसे

प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने कहा कि सीएम योगी ने पांच लाख से ज्यादा लोगाें को रोजगार देने का प्लान तैयार कर लिया है। उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर में उद्योगों के विकास के लिए प्रदेश सरकार हर संभव मदद कर रही है। इसके चलते आने वाले कुछ महीने में जिले में करीब दो हजार से अधिक नए उद्योग शुरू होंगे और इससे पांच लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकेगा। वह सेक्टर-71 में लघु उद्योग भारती के दो दिवसीय सम्मेलन के दूसरे दिन बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उद्योगों के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर कर रही है। सरकारी विभागों से भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई बदलाव किए गए हैं ताकि उद्यमियों को उद्योग चलाने में किसी तरह की परेशानी न हो। औद्योगिक भूखंड आवंटित कराने के बाद निश्चित समय अवधि बीत जाने के बाद भी उद्योग को क्रियाशील नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। औद्योगिक भूखंडों का आवंटन निरस्त किया जाएगा। निरस्त हुए बड़े औद्योगिक भूखंडों को छोटे-छोटे भूखंडों में बांटकर लघु उद्योगों को आवंटित किया जाएगा ताकि नए उद्योग शुरू होने से लोगों को रोजगार मिल सके।

उन्होंने कहा कि उद्यमियों के हित में सरकार ने नीतियों में भी संशोधन किया है। उद्यमियों के हित में भी ओडीओपी समेत कई योजनाएं बनाई गईं ताकि उद्यमियों को लाभ के साथ ही प्रोत्साहन भी मिल सके। उन्होंने कहा कि जेवर में एयरपोर्ट आने से नोएडा, ग्रेटर नोएडा के साथ ही युमना प्राधिकरण (यीडा) के क्षेत्र में भी उद्योगों के विकास को पंख लगे हैं। एक समय था, जब यीडा में उद्यमी उद्योग लगाने में रुचि नहीं ले रहे थे। अब भूखंडों से ज्यादा लोग उद्योग लगाने के लिए आवेदन कर रहे हैं। यीडा में टॉय व क्लस्टर पार्क विकासित किए जा रहे हैं। सूक्ष्य, लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उद्यमियों को 72 घंटे में सरकारी दफ्तरों से एनओसी मिल रही है। लघु उद्योग भारती की मांगों जल्द पूरा करने का प्रयास किया जाएगा ताकि लघु उद्योगों को गति मिल सके। पहले की सरकारें उद्यमियों को एटीएम समझती थीं लेकिन अब ऐसा नहीं है। सरकार ने उद्यमियों के लिए अनेक योजनाएं शुरू की हैं।

सम्मेलन के मुख्य वक्ता आरएसएस के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने कहा कि शहर और देश के उद्यमियों में आपार क्षमता है। कोरोना काल में उद्यमियों ने भोजन से लेकर ऑक्सीजन सिलेंडर तक जरूरतमंदों को मुहैया कराए। जिस तरह शहर और देश के उद्यमियों ने जरूरतमंद लोगों की मदद की है उस तरह से विश्व के अन्य देशों के उद्यमियों ने लोगों की मदद नहीं की।

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