यूपी चुनाव में साइकिल, हाथी और कमल के बाद ‘बुलडोजर’ की एंट्री से मची हलचल
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की सरगर्मी अभी से बढ़ने लगी है. हर बार उत्तर प्रदेश के चुनाव में साइकिल, हाथी, कांग्रेस और कमल की चर्चा होती थी लेकिन इस बार के चुनाव में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक शब्दकोष में एक और नाम जुड़ गया है. इस बार के चुनाव में जो नया प्रतीक बनकर उभर रहा है वह है ‘शक्तिशाली बुलडोजर’. समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने अपने प्रचार अभियान में कहा है कि इस बार के चुनाव में लोग बीजेपी के नए चुनाव चिह्न के तौर पर देखे जा रहे बुलडोजर को अलविदा कहेंगे. बता दें कि हाल ही में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि बीजेपी को अपना चुनाव निशान ‘कमल’ से बदलकर ‘बुलडोजर’ कर लेना चाहिए.
अखिलेश यादव ने बीजेपी पर ये हमला यूपी में अनधिकृत निर्माण के खिलाफ भाजपा की ओर से चलाए जा रहे अभियान पर किया है. सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा कि भाजपा इस पर गर्व करती है और कहती है कि उसने मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे लोगों द्वारा बनाई या कब्जा की गई अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई की है. बुलडोजर भाजपा के प्रचार गीतों में भी शामिल है. फिर वे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी और उनके बेटे के घर को गिराने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल क्यों नहीं कर रहे हैं? या उन पुलिसकर्मियों के घर में बुलडोजर क्यों नहीं चलाते हैं जिन्होंने गोरखपुर में एक मासूम की हत्या की थी
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि योगी का बुलडोजर शहर के साथ-साथ पूरे देश में चर्चा का विषय है. त्रिपाठी कहते हैं, अखिलेश यादव में बौखलाहट इसलिए है क्योंकि बीजेपी की ओर से जिन लोगों के घर पर बुलडोजर चला है वह उनके शासनकाल में ही बने थे. अब वह असहाय रूप से उन्हें अपनी आंखों के सामने ध्वस्त होते देख रहे हैं. यूपी में भाजपा सरकार का कहना है कि उसने राज्य के 33 शीर्ष माफियाओं की 742 करोड़ रुपये की संपत्ति के खिलाफ कार्रवाई की है. इन संपत्तियों को या तो नष्ट कर दिया गया है या फिर उन्हें जब्त कर लिया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि इस खाली जमीन पर गरीबों के लिए पीएम आवास बनाया जाएगा.
सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने कहा कि यूपी के शासनकाल में गरीबों के घरों पर भी बुलडोजर चला दिया गया है. मंदिर परिसर के लिए भूमि का अधिग्रहण करते हुए अयोध्या में गरीबों के घरों को भी ध्वस्त कर दिया गया. सपा के आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा है कि राज्य में जहां कहीं भी बुलडोजर चले हैं वह कानून के हिसाब से ही चलाए गए हैं. सपा जिन लोगों को संरक्षण देने का काम कर रही है उनके लिए यही कहना चाहता हूं कि कोई भी बलपूर्वक गरीबों की संपत्ति पर कब्जा नहीं कर सकता है. हम इसी के दम पर इस बार का चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. यूपी की जनता हमारे साथ है.
उदयवीर सिंह ने सवाल किया है कि भाजपा ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह की संपत्तियों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, जिन्हें अदालत ने फरार घोषित कर दिया है. बीजेपी ने मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद के दूर के रिश्तेदारों और सपा नेता आजम खान को निशाना बनाकर बुलडोजर को हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बना दिया है. बुलडोजर का काम भले ही खुदाई करने या किसी संपत्ति को ध्वस्त करने में किया जाता हो लेकिन इस बार के विधानसभा चुनावों में इसे लेकर चर्चा जोरों पर है.