फिर एक होंगे चाचा-भतीजा?:मथुरा में शिवपाल बोले- अखिलेश को आशीर्वाद लेना है तो चाचा के पास आएं,

जरूर माफ करेंगे हम एक हुए तो सत्ता परिवर्तन तय

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले क्या सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल एक होंगे? फिलहाल, जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं उससे इसकी उम्मीद एक बार फिर नजर आ रही है। मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) लोहिया के प्रमुख शिवपाल यादव ने मथुरा के वृंदावन से सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा शुरू की।

इस दौरान सपा से गठबंधन के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि राजनीति में संभावनाएं बहुत हैं। उनके ऊपर हमेशा नेताजी (मुलायम सिंह) का आशीर्वाद रहा है और रहेगा। वहीं, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम के रथ यात्रा में होने पर शिवपाल ने कहा कि उनसे हमारे अच्छे संबंध हैं। हमेशा आशीर्वाद मिलता है, और मिलता रहेगा। वो अभी कांग्रेस में हैं, उन्होंने दूसरी पार्टी में होते हुए भी हमें आशीर्वाद दिया है।

अखिलेश आकर माफी मांगे तो माफ करेंगे…
अखिलेश की विजय रथ यात्रा के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि वो अपनी अलग यात्रा निकाल रहे हैं। अगर आशीर्वाद लेना है तो चाचा के पास आएं। अखिलेश आकर माफी मांगे तो हम जरूर माफ करेंगे। उन्होंने कहा कि समान विचारधारा के सेकुलर लोग एक हो जाओ। अगर हम लोग एक हो गए तो सत्ता का परिवर्तन कर लेंगे। हम भाजपा के खिलाफ ही हैं, सत्ता परिवर्तन चाह रहे हैं।
सामाजिक परिवर्तन रथ यात्रा वृंदावन से शुरू होकर पहला चरण औरैया में पूरा करेगी।
प्रमोद कृष्णम, शिवपाल सिंह यादव की सामाजिक परिवर्तन यात्रा के रथ पर सवार हो गए हैं।

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भेंट की गदा, साथ में रथ पर सवार
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लखनऊ से लोकसभा चुनाव लड़ चुके प्रमोद कृष्णम, शिवपाल यादव की सामाजिक परिवर्तन यात्रा के रथ पर सवार हैं। इससे पहले उन्होंने शिवपाल के हाथ में गदा भेंट की। माना जा रहा है कि आचार्य प्रमोद कृष्णम विधानसभा चुनाव में शिवपाल सिंह यादव की पार्टी के प्रत्याशी भी हो सकते हैं। इस यात्रा में शिवपाल के बेटे आदित्य यादव भी हैं। यह यात्रा मथुरा से आगरा और फिर औरैया होते हुए पहला चरण पूरा करेगी।
शिवपाल यादव ने मंदिर में पूजा-अर्चना की।

बांके बिहारी जी के किए दर्शन
रथ यात्रा की शुरुआत से पहले शिवपाल यादव बांके बिहारी मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर में विधि विधान से मंत्र उच्चारण के मध्य देहरी पूजन किया और उसके बाद समर्थकों के साथ दर्शन किए। दर्शन करने के बाद शिवपाल ने मंदिर की परिक्रमा की और यात्रा की सफलता के लिए प्रार्थना की। दर्शन करने के बाद शिवपाल यादव ने कहा कि सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा लेकर चले हैं। जनता सत्ता परिवर्तन में सहयोग करे।

पार्टी की तरफ से बुलाए गए 101 ब्राह्मणों ने एक साथ शंख बजाकर शंखनाद किया।

यात्रा में शामिल हुईं 300 से ज्यादा गाड़ी
रथयात्रा में शामिल होने के लिए प्रदेश भर से प्रसपा के कार्यकर्ता वृंदावन पहुंचे। यहां रथ में शिवपाल यादव के बेटे आदित्य यादव सवार हुए। रथ के पीछे-पीछे कार्यकर्ताओं की 300 गाड़ियों का काफिला साथ चल पड़ा। इस यात्रा के जरिए माना जा रहा है कि शिवपाल यादव ने शक्ति प्रदर्शन किया है।

आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है रथ
सामाजिक परिवर्तन रथयात्रा के लिए जिस बस को तैयार किया गया है, वो आधुनिक सुख सुविधाओं से लैस है। बस में 6 सीट हैं तो खाने-पीने के लिए एक मिनी मेस भी है। नुक्कड़ सभाओं के लिए बस में लिफ्ट भी लगाई गई है। जिसके जरिए शिवपाल यादव बस की छत पर पहुंचकर सभा संबोधित कर सकेंगे। सुरक्षा के नजरिए से 6 सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। जिनकी मॉनिटरिंग बस के अंदर से बैठे-बैठे ही की जा सकती हैं। इसके अलावा बस में आराम करने के लिए एक छोटा बेड भी है।

परिवर्तन यात्रा के 7 चरण

पहला : मथुरा से शुरू सैफई इटावा तक (12 से 14 अक्टूबर)दूसरा : भोगनीपुर कानपुर देहात से अमेठी गौरीगंज (18 से 22 अक्टूबर)तीसरा : लखनऊ से फर्रुखाबाद (26 से 31 अक्टूबर)चौथा : अकबर रनियां कानपुर देहात से उन्नाव (सात नवंबर)पांचवां : लखनऊ से आजमगढ़ (नौ से 14 नवंबर)छठां : लखनऊ से पीलीभीत (17 व 18 नवंबर)सातवां : लखनऊ से मिरजापुर (24 से 27 नवंबर) समापन रायबरेली में

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