अपनी चुनावी यात्रा के दौरान सहारनपुर में अखिलेश का योगी पर हमला
आज हम सभी चौधरी यशपाल जी को याद कर रहे हैं।
वह हमारे बीच नहीं है लेकिन हम सब मिलकर आज भी उन्हें याद कर रहे हैं। उनका जो व्यक्ति तो रहा है उन्होंने लगातार किसान गरीब और आप लोगों की जो सेवा की है।
चौधरी यशपाल जी इसलिए याद किए जाते हैं क्योंकि जब कभी समाज को जरूरत पड़ी तो वह गरीब के साथ साथ किसान के साथ खड़े दिखाई देते थे।इसीलिए आज भी हम लोग उन्हें याद कर रहे हैं।
वह जहां ईमानदार और सच्चे इंसान थे वही अपने लोगों के लिए लड़ने की क्षमता उनके अंदर थी।
वे अपने लोगों के लिए सम्मान के लिए लड़ जाते थे अपने लोगों के सम्मान के लिए झुकते नहीं थे
मुझे विश्वास है उन्होंने जो रास्ता बनाया और जो संघर्ष का रास्ता दिखाया उनके परिवार के लोग सहयोगी और साथी इसी रास्ते पर चलकर के समाज को जोड़ने का काम करेंगे। समाज की तमाम बुराइयों से लड़ने का काम करेंगे
जो लड़ाई किसानों और गरीबों की चौधरी यशपाल जी ने शुरू की इस लड़ाई को अब हम सब लोग कमजोर नहीं होने देंगे।
एक बार एक पंडित जी हमें हवाई जहाज में मिले थे और मैंने लखनऊ की प्रेस में भी यही यह कहा था कि उन्होंने मेरा हाथ देखा पर हाथ देख कर खुश होने के बाद कहा इस बार आप की सरकार बनने जा रही है और साढ़े 300 सीटें जीतोगे आप।
मैंने पंडित जी से विनम्र निवेदन करते हुए कहा कि 350 सीट आशीर्वाद तो दे दिया है लेकिन एक हमारी तरफ से जोड़ दीजिए।
आज जो आशीर्वाद आपने दिया है, आपने जो जोड़ियों का याद दिलाया है, हमारे लखनऊ वाले में तो कोई जोड़ी नहीं है।
हम किसी का अपमान नहीं कर रहे हैं लेकिन यहां बैठे लोग जब मैं देख रहा था ऋग्वेद की कुछ लाइनें पढ़ी जा रही थी पंडित जी मंच पर हैं हमारे लोगों ने गीता को भी पढ़ा होगा गुरु नानक जी को भी पढ़ा होगा
जिन्होंने गीता पढ़ी होगी वह जानते होंगे कि योगी हम उनको बोलते हैं जो दूसरे का दुख अपना समझे।
जिन्होंनेगुरु नानक जी को पढ़ा होगा वह जानते होंगे उन्होंने ने कहा कि माया के बीच में रहकर माया से दूर हो वह योगी होता है।
तो बताइए अभी जो गद्दी पर बैठे हैं अभी हम लोगों ने उनका कारनामा देखा उनके लोगों का कारनामा लखीमपुर में हम लोगों ने देखा जहां पर किसानों को कुचल दिया गया गाड़ी से। गाड़ी के टायरों से कुचल दिया गया। किसानों को तो कुचला ही है, लेकिन उसके साथ-साथ कानून को भी कुचलने को तैयार हैं।
जो लोग कानून को कुचल सकते हैं, किसान को कुचल सकते हैं, उन्हें संविधान को कुचलने में देर नहीं लगेगी।
किसानों को मवाली कहा जा रहा है।इनका बस चले तो ये आतंकवादी कह दें आपको।
बीजेपी ने आपको कितना ही अपमानित किया होगा, लेकिन वो भी अपने संघर्ष पर डटे हुए हैं कि जब तक तीन कानून वापस नहीं होंगे, तब तक नहीं हटेंगे।
यही लोकतंत्र है कि हम गद्दी पर बैठाना जानते हैं तो उतारना भी जानते हैं।
ये नाम बदलने वाले लोग हैं,अगर कोई मुख्यमंत्री जी से मिलने जाएगा तो जरूरी नहीं कि जब वो लौटे तो उसका वही नाम हो।
ये नाम बदलकर इतिहास बदलना चाहते हैं, अभी आप लोगों ने बगल में देखा कि नहीं देखा नाम बदलकर इतिहास मिटाना चाहते थे लेकिन उन्हें बता दो कि यह वीरों की धरती है ये वे लोग हैं जिन्होंने 1857 में इनके पूर्वजों ने अंग्रेजों को हिलाने का काम किया था।
कौन भूल जाएगा कोतवाल धन सिंह गुर्जर को जिन्होंने 1857 में अंग्रेजों को हिलाने का काम किया था।
में जो नाम बदलेगा, जो इतिहास बदलेगा, चुनाव आएगा तो उनकी सरकार बदल जाएगी।
पहले हवाई जहाज बेच दिए, एयरपोर्ट बेच दिए, अब ट्रेनें भी बिक रहीं हैं और बाद में स्टेशन भी बिक जाएंगे।
सब चीजें बेच दे रहे हैं और जब सब बिक जाएगा तो संविधान में बाबा साहब ने हमें जो अधिकार दिए हैं, उनका क्या होगा?
कोई सोच सकता था कि हवाई जहाज बिक जाएंगे, पानी के जहाज जहां खड़े होते थे, वो बिक गया।
याद करना अंग्रेज कारोबार करने आए थे,जो ईस्ट इंडिया कंपनी आई थी वो 2-3 चीजों का कारोबार करती थी, धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा दिया और बाद में एक कानून इंग्लैंड में पास किया और जो कारोबार करने आई थी कंपनी वो सरकार बन गई।
देखो बीजेपी का खेल, एक-एक करके प्राइवेट कंपनी को बेच रहे हैं, हो सकता है कि एक दिन ये भी चले जाएं और कहें कि हम सरकार नहीं चलाएंगे,ये भी आउटसोर्सिंग से चलेगी।
ये लोग सब बेच देंगे क्योंकि इन्हें कुर्सी चाहिए।
मुख्यमंत्री योगी पॉवर प्लांट के नाम नहीं ले पाते हैं और जब वो नाम नहीं ले पाते हैं तो बिजली कैसे बनाएंगे?