झारखंड में विद्युत संकट: अगले 7 दिनों तक लोगों से कम बिजली खपत करने की अपील, जानें वजह
रांची. लगातार हुई बारिश के कारण जहां कई राज्यों में खेती-किसानी की स्थिति बिगड़ गई वहीं, झारखंड में इसके साथ ही बिजली का संकट भी सामने आ गया है. मिली जानकारी के अनुसार आनेवाले सात दिनों तक बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है. दरअसल इस बार काफी बारिश हुई है, जिस कारण कई कोयला खदानों में पानी भर गया है. अगर कोयला है भी तो वह गीला हो चुका है, जो वर्तमान में तत्काल उपयोग लायक नहीं है. ऐसे में झारखंड बिजली विभाग के प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से आम लोगों से बिजली की कम खपत करने की अपील की जा रही है.
झारखंड बिजली वितरण निगम के निदेशक (ऑपरेशन) और झारखंड ऊर्जा संचरण निगम के एमडी केके वर्मा के अनुसार बिजली को लेकर फिलहाल पूरे देश में हालत खराब है. राष्ट्रीय आपदा की स्थिति है. कोयले की कमी के कारण कारण देशभर के कई पावर प्लांट में क्षमता से कम बिजली का उत्पादन हो रहा है. इस देशव्यापी संकट का असर झारखंड में भी पड़ा है.
केके वर्मा के अनुसार अभी 450 से 500 मेगावाट बिजली की कमी झारखंड में हो रही है. ऐसे में कुछ इलाकों में शेडिंग भी करनी पड़ रही है. पीक आवर में बिजली कंपनियां रेट बढ़ा देती हैं. ज्यादा फ्रीक्वेंसी पर बिजली काफी महंगी हो जाती है. उन्होंने कहा कि अगले सात दिनों तक संकट की आशंका है, इसलिए लोग बिजली का इस्तेमाल तभी करें, जब जरूरत हो.
एमडी ने आम लोगों से बिजली संकट के कारण आम लोगों से अपील की है कि चूंकि पूरे देश में राष्ट्रीय आपदा जैसी स्थिति है, ऐसे में आम लोगों को ही आगे आना होगा और बिजली की खपत कम करनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि इस साल ज्यादा बारिश के कारण कोयला खदानों में पानी भर गया, जिससे प्लांटों को कोयला मिलने में परेशानी है. सरकार की ओर से कोशिश की जा रही है कि जल्द ही हालात सामान्य हो जाएं.