सांसद वरुण गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से ‘भाजपा’ शब्द हटाया
उत्तर प्रदेश की पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट के बायो से ‘भाजपा’ शब्द हटा लिया है. आपको बता दें कि वरुण गांधी ने सोमवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर लखीमपुर खीरी हिंसा मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की थी और पीड़ितों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की थी. इससे पहले योगी सरकार द्वारा गन्ने का रेट ₹350/क्विंटल घोषित करने पर बीजेपी सांसद ने प्रदेश सरकार का आभार प्रकट करते हुए कहा था कि कृपया इस पर पुनर्विचार कर बढ़ती लागत व महंगाई के अनुरूप 400 रुपये का रेट घोषित करें.
बीजेपी सांसद वरुण गाधी ने सीएम योगी को लिखे पत्र में कहा है कि लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है. इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी. अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं. आन्दोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं. यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए.
क्या था वरुण गांधी के पत्र में
बीजेपी सांसद ने आगे पत्र में लिखा है कि हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए. इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं. मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इस विषय में आदरणीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा समयबद्ध सीमा में जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाना ज्यादा उपयुक्त होगा. इसके अलावा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवजा भी दिया जाए. कृपया यह भी सुनिश्चित करने का कष्ट करें कि भविष्य में किसानों के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय या अन्य ज्यादती ना हो. आशा है इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आप मेरे निवेदन पर तत्काल कार्यवाही करने का कष्ट करेंगे.
वरुण गांधी ने इस संबंध में ट्वीट कर कहा था कि उत्तर प्रदेश में आगामी पेराई सत्र में गन्ने का रेट ₹350/क्विंटल घोषित करने के लिए योगी जी का आभार. मेरा निवेदन है कि कृपया इस पर पुनर्विचार कर बढ़ती लागत व महंगाई के अनुरूप ₹400 का रेट घोषित करें या सरकार की ओर से ₹50/क्विंटल का बोनस घोषित रेट के ऊपर अलग से देने की कृपा करें. ट्वीट में वरुण गांधी ने सीएम योगी के नाम पत्र भी दिया है. इसमें लिखा है कि उत्तर प्रदेश में गन्ना एक प्रमुख फसल है, जिसकी खेती में लगभग 50 लाख किसान परिवार लगे हुए हैं. लाखों मजदूरों को भी इससे रोजगार मिलता हैग. मेरे क्षेत्र पीलीभीत के गन्ना किसानों के माध्यम से आपको अवगत करवाने का निवेदन किया गया है कि पिछले चार सालों में गन्ने की लागत- खाद, बीज, कीटनाशक, बिजली, पानी, डीजल, मजदूरी, छोल, ढुलाई आदि का खर्च बहुत ज्यादा बढ़ गया है. लेकिन पिछले चार सत्रों में गन्ने के रेट में केवल 10 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की गई.
क्या है लखीमपुर खीरी मामला
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया इलाके में भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई. यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई। उप मुख्यमंत्री को कार्यक्रम स्थल पर लाने के लिए जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं के दो वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दोनों वाहनों में आग लगा दी। इस घटना में चार किसानों तथा वाहनों पर सवार चार अन्य लोगों की मौत हो गई. किसान मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है.