लखीमपुर हिंसा पर बोले सीएम योगी: किसी के बहकावे में ना आएं, जांच और कार्रवाई का इंतजार करें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लखीमपुरखीरी में हुई घटना से उन्हें अत्यंत दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। पुलिस प्रशासन दोषियों को बेनकाब करेगी और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सरकार इस घटना की तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौके पर आला अधिकारी भेजे गए हैं और स्थिति को नियंत्रण में रखा गया है। मुख्यमंत्री ने आम लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों में ही रहें। किसी के बहकावे में न आएं। मौके पर शांति-व्यवस्था कायम रखने में अपना योगदान दें। किसी भी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच और कार्रवाई का इंतजार करें।
लखीमपुर खीरी में तेज रफ्तार कार ने कुछ किसानों को टक्कर मार दी जिसके बाद प्रदर्शनकारी भड़क उठे। दो गाड़ियां फूंक दी गईं। कुछ लोगों ने कार सवारों को बुरी तरह पीटा। बवाल के दौरान दोनों ओर से फायरिंग करने के आरोप भी लग रहे हैं। कार हादसे में घायल किसानों में से चार की मौत हो गई थी। दूसरी ओर, केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी ने अपने ड्राइवर सहित चार भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत का दावा किया है।
मंत्री से नाराज चल रहे थे किसान:
कुछ दिन पूर्व दिए गए केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के एक बयान से किसान नाराज चल रहे हैं। रविवार को टेनी ने अपने गांव बनवीरपुर में दंगल का आयोजन किया था। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को शामिल होना था। प्रशासन ने तिकुनियां के महाराजा अग्रसेन इंटर कालेज में हेलीपैड बनाया था। टेनी से नाराज किसानों ने डिप्टी सीएम का विरोध करने के लिए हेलीपैड के इर्द-गिर्द ट्रैक्टर-ट्रालियां खड़ी कर दीं और यहां से टेनी के गांव तक लगभग सात किलोमीटर के क्षेत्र में जगह-जगह किसान काले झंडे लेकर खड़े हो गए। इसी बीच अचानक बनवीरपुर की ओर से बेहद तेज गति से आती तीन कारें किसानों के बीच घुस गईं। उनकी चपेट में आकर कई किसान घायल हो गए। इसमें एक कार में केंद्रीय राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू के सवार होने का दावा किसान यूनियन ने किया है हालांकि केंद्रीय मंत्री और खुद उनके बेटे ने इससे इंकार किया है। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने हादसा करने वाली दो गाड़ियों में तोड़-फोड़कर आग लगा दी। एक गाड़ी को चालक भगाकर ले गया। अन्य कारों सवार लोगों को पीटा गया। भगदड़ मच गई। किसानों का आक्रोश देखकर पुलिस भी मैदान छोड़कर भाग खड़ी हुई। घटना में कई पत्रकार भी गंभीर जख्मी हो गए। बवाल के बाद पुलिस ने तिकुनिया से पहले ही बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। देर रात केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र ने अपने ड्राइवर सहित चार भाजपा कार्यकर्ताओं की मौत का दावा किया। कुछ देर बाद ही जिलाधिकारी अरविन्द चौरसिया ने कार दुर्घटना में चार लोगों के मरने की बात कही। लेकिन उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि मरने वाले चारों लोग किसान हैं या कोई और। उन्होंने मृतकों की कुल संख्या और उनकी पहचान के बारे में साफतौर पर कुछ भी नहीं कहा।