सीएम योगी के रियलटी चेक में 50 डीएम-एसएसपी फेल, कारण बताओ नोटिस जारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में डीएम और एसएसपी की कार्यशैली का रियलटी चेक कराया। इस दौरान 36 जिलों में डीएम और 14 जिलों में पुलिस अधीक्षक अपनी कुर्सी से नदारद मिले। मुख्यमंत्री के निर्देशों के मुताबिक वे अपने कार्यालय में जनता दर्शन कर लोगों की समस्याओं का निराकरण नहीं कर रहे थे। नतीजतन, सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनसे पूछा गया है कि आप क्यों गायब थे? मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि रोज दो घंटे हर हाल में अपने कार्यालय में जनता दर्शन कर समस्याएं सुनें। चेतावनी दी गई है कि अगर दोबारा गलती हुई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रोजाना होने वाली टीम-9 की बैठक से पहले ही मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी, डीजीपी मुकुल गोयल और एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को डीएम और एसएसपी की चेकिंग करने का फरमान दे दिया। योगी रोज़ सुबह 10 बजे के करीब टीम-9 की बैठक करते हैं। बैठक शुरू होती उससे पहले ही जिलों के डीएम और एसपी के फोन घनघनाने लगे। जिलाधिकारियों को मुख्य सचिव आरके तिवारी और अवनीश अवस्थी के कार्यालय से फोन किया गया, जबकि पुलिस कप्तानों को एडीजी कानून-व्यवस्था व डीजीपी मुकुल गोयल ने फोन किया। जांच में सामने आया कि कुल 50 डीएम और पुलिस अधीक्षक अपनी ड्यूटी से नदारद थे। बैठक में ही सीएम को इसकी सूची मुहैया करा दी गई है। योगी ने अधिकारियों के रवैये पर सख्त नाराज़गी जताते हुए निर्देश दिए कि गैरहाजिर अफसरों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी की जाए और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई करें।

इन सभी अफसरों को साढ़े नौ बजे के पहले और 10 बजे के बाद दो बार फोन किए गए, उसके बावजूद वे जनता दर्शन के दौरान कार्यालय से गैरहाजिर मिले। मुख्यमंत्री का मकसद था कि जिस तरह वह सुबह-सुबह जनता दर्शन करते हैं वैसी ही मजबूत व्यवस्था जिलों में भी हो। सीएम के निर्देश पर कुछ समय पहले भी इसी तरह की कवायद की गई थी। संबंधित डीएम को कारण बताओ नोटिस दिया गया था। सीएम ने यह भी कहा कि अवैध गतिविधियों में संलिप्त भ्रष्ट आचरण करने वालों का उत्तर प्रदेश पुलिस में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। ऐसे लोगों को चिन्हित कर सूची तैयार की जाए। सभी के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई होगी।

डीएम-एसएसपी हर हाल में सुबह दो घंटे ऑफिस में बैठें

मुख्यमंत्री ने अपने कार्यालय में नियमित रूप से सुबह न बैठने की डीएम व एसएसपी में बढ़ती प्रवृत्ति पर नाराजगी जताई है। उन्होंने निर्देश दिए कि हर हाल में जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान रोजाना सुबह 10 से 12 बजे तक कार्यालयों में उपस्थित रहेंगे। जनता से मिलेंगे और उनकी शिकायतों का समाधान कराएंगे। मुख्यमंत्री ने यह निर्देश मुख्य सचिव व डीजीपी से पूरी रिपोर्ट मिलने के बाद दिए।

आरके तिवारी और अवनीश अवस्थी करेंगे निगरानी

मुख्यमंत्री ने इसी के साथ व्यवस्था कर दी कि मुख्य सचिव आरके तिवारी, एसीएस अवनीश कुमार अवस्थी और डीजीपी मुकुल गोयल भविष्य में इसकी निगरानी करेंगे कि कौन से अधिकारी कार्यालय में बैठ रहे हैं या नहीं। उन्होंने निर्देश दिए कि जनता दर्शन कार्यक्रम से अनुपस्थित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

डीजीपी ने इन जिलों में कराई जांच

बरेली जोन के जिले–बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत, रामपुर, बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर,अमरोहा, संभल,

कानपुर जोन के जिले -नौ जिले-कानपुर, कानपुर देहात, औरैया, कन्नौज, फतेहगढ़, हमीरपुर, इटावा, जालौन,

लखनऊ जोन के जिले–लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, रायबरेली, लखीमपुर, उन्नाव, फैजाबाद, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, अमेठी, सुलतानपुर

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