झारखंड के सीनियर आईपीएस का इस्तीफा, ये हो सकता है नई पारी का मैदान
झारखंड के सीनियर आईपीएस अधिकारी एडीजी रेजी डुंगडुंग (adg rezi dungdung) के वीआरएस के आवेदन को राज्य सरकार ने मंजूर कर लिया है | सरकार ने 16 अक्टूबर 2019 के प्रभाव से इसकी स्वीकृति प्रदान की है | गृह विभाग ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया | ऐसी चर्चा है कि वे आने वाले विधानसभा चुनाव में दांव आजमा सकते हैं | हालांकि इस बात से कोई संकेत नहीं मिले हैं कि वे किसी पार्टी को ज्वाइन करेंगे या निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे | डुंगडुंग 1987 बैच के आईपीएस हैं |
एडीजी रेजी डुंगडुंग (adg rezi dungdung) ने जुलाई महीने में पुलिस मुख्यालय के जरिये राज्य सरकार को वीआरएस का आवेदन दिया था | इसमें उन्होंने 15 अक्टूबर तक इसे स्वीकार करने का आग्रह किया था | पुलिस मुख्यालय ने अपनी अनुशंसा के साथ आवेदन राज्य सरकार के पास भेज दिया था | अब राज्य सरकार ने इस पर अपनी मंजूरी दे दी है |
रेजी डुंगडुंग वीआरएस लेने के बाद वह राजनीति में नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं
रेजी डुंगडुंग (adg rezi dungdung) वायरलेस एडीजी के पद पर तैनात थे | वह 31 जनवरी 2020 को रिटायर करने वाले थे | लेकिन व्यक्तिगत कारणों से पहले ही वीआरएस ले लिया | डुंगडुंग मूल रूप से झारखंड के सिमडेगा जिले के रहने वाले हैं | वीआरएस लेने के बाद वह राजनीति में नई पारी की शुरुआत कर सकते हैं |
पहले भी कई आईपीएस अधिकारी पकड़ चुके हैं सियासत की राह
झारखंड में इससे पहले भी कई आईपीएस अधिकारी सियासत की राह पकड़ चुके हैं | शीतल उरांव और लक्ष्मण प्रसाद सिंह रिटायरमेंट के बाद बीजेपी में शामिल हो गये | पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार खाकी छोड़कर खादी पहन लिये | वर्तमान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव कांग्रेस नेता के तौर पर केन्द्रीय मंत्री भी रह चुके हैं | यहां आईएएस अधिकारियों की पसंद सियासत रही है |