गाजीपुर में किसान नेताओं को हिरासत में लेकर बस से पुलिस लाइन भेजा गया
यूपी के सहारनपुर, शामली और मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में भारत बंद का असर दिख रहा है। लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस को सहारनपुर में ही रोका गया। वहीं हाईवे और नेशनल हाईवे को जाम कर दिया गया है। इससे यातायात प्रभावित है। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। खुफिया एजेंसियों को भी सक्रिय कर दिया गया है। सभी रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। आरपीएफ, जीआरपी के अफसरों को गश्त के निर्देश दिए गए हैं। इसी प्रकार भारत बंद को लेकर एयरपोर्ट पर सुरक्षा बढ़ाई गई है। शहर में प्रवेश करने वाले भीड़ को देखते हुए सभी थानेदारों को सतर्क किया गया है। आईट्रिपलसी कंट्रोल रूम से सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जाएगी। संयुक्त किसान मोर्चा के सोमवार को बुलाए गए भारत बंद को देखते हुए उत्तर प्रदेश में पुलिस और प्रशासन अलर्ट पर है। बंद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम कर लिए हैं।
-बरेली : दामोदर स्वरूप पार्क में 70-80 ही लोग पहुंचे लेकिन पुलिस ने दामोदर पार्क में ही घेराबंदी कर दी। किसान संघ के प्रभारी को हिदायत दी, पार्क गेट के बाहर किसी प्रकार का कोई प्रदर्शन नहीं होगा। न ही बाजार बंद कराएंगे। जो भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना है, उसे पार्क में ही करेंगे। पार्क के चारों तरफ फ़ोर्स लगा दी गई।
–शाहजहांपुर में पीडब्ल्यूडी डाक बंगले के पास किसान यूनियन ने सड़क जाम की, जुलूस निकाला।
-बाराबंकी में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखा। विभिन्न किसान संगठनों ने भारत बंद पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान दर्जनों भाकियू पदाधिकारी को गिरफ्तार भी किया गया।
-गाजीपुर में हिरासत में लेकर किसान नेताओं को बस से पुलिस लाइन भेजा गया
-संभल के चन्दौसी के तहसील तिराहे के निकट सड़क पर धरने पर बैठकर जाम लगाते भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता व किसान।
-रायबरेली- तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विकास भवन में जोरदार प्रदर्शन। किसानों ने आज भारत बंद का किया है आह्वान, जिसके तहत किसान नेताओं व सैकड़ों किसानों ने विकास भवन में धरना दिया। धरना प्रदर्शन के मद्देनजर पुलिस व प्रशासन मौके पर मौजूद।
-शाहजहांपुर: बरेली मंडल संयुक्त मंत्री सरजीत सिंह, खुटार ब्लॉक अध्यक्ष संदीप सिंह के नेतृत्व में टिकैट गुट के किसानों ने किया खुटार में मुख्य बंडा रोड चौराहे पर चक्का जाम।
-बड़ौत में वाहनों के नहीं चलने से यात्री परेशान
-मथुरा में भारतीय किसान यूनियन (टिकैत गुट) के नेता बुद्धा सिंह के नेतृत्व में किसानों ने मथुरा राया रोड जाम कर दिया, बड़ी संख्या में किसान यमुना एक्सप्रेसवे के राया कट के पास एकत्र हुए और वहां मथुरा- राया रोड जाम कर दिया
-वाराणसी: किसान नेताओं को किया गया घरों पर नजरबंद, मनरेगा यूनियन के सुरेश सिंह राठौर के घर पर पुलिस का लगा पहरा। पूर्वांचल किसान यूनियन के अध्यक्ष योगीराज सिंह पटेल को सोमवार सुबह से ही हाउस अरेस्ट किया गया।
-बदायूं में भारत बंद को लेकर सतर्ककता, कलक्ट्रेट में पुलिस तैनात , उघैती में पुलिस ने नजरबंद किये कुछ भाकियू नेता जिले के किसान मालवीय आवास पर होंगे एकत्र, दोपहर एक बजे प्रदर्शन करने के बाद देंगे ज्ञापन, बाजार और स्कूल सामान्य दिनों की तरह खुले
-लखीमपुर में बेलरायां, कफारा में बन्द कराया बाजार, भीरा में जुट रहे किसान ,निघासन के बेलरायां में किसानों ने बन्द कराई बाजार
कफारा कस्बे में भी बाजार बंद कराया , भीरा में जुट रहे भारी संख्या में किसान ,मोहम्मदी, मैगलगंज में भी प्रदर्शन की तैयारी
-मऊ: किसान संयुक्त मोर्चा के डेढ़ दर्जन कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। मिर्जाहादीपुरा में जुलूस निकालने के दौरान कार्रवाई।
-सीतापुर में कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के भारत बंद के ऐलान पर सोमवार सुबह से ही हरगांव, महोली, अटरिया,मिश्रिख, महमूदाबाद सहित लिंक मार्गों पर पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी, हाईवे पर आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग के साथ पैदल आने वाले लोगों से पूछताछ हुई।
-रायबरेली में भारत बंद का कोई असर नहीं है, आम दिनों की तरह खुले बाजार
-सुल्तानपुर में भारत बंद का अभी कोई खास असर नहीं है
-शामली : मुजफ्फरनगर जेल से कैदियों को पेशी के लिए कोर्ट ले जी रही गाड़ी को शामली में गुरुद्वारा पर रोका
–किसानों को नहीं मिला अलीगढ़ व्यापार मंडल का साथ, किसानों के बंद का अलीगढ़ में मिलाजुला असर, भारत बंद में साथ न देने वाले व्यापारियों का किसान करेंगे बहिष्कार
-पीलीभीत में भाकियू के भारत बंद का अब तक जिले में मिला जुला असर सामने आया है। तराई के उत्तराखंड बॉर्डर पर स्थित मझोला में नाई से लेकर चाय खोमचे तक की दुकानें स्वेच्छा से बंद रहीं। तो वहीं हरिद्धार हाइवे पर अमरिया तहसील का पूरा बाजार बंद रहा।
-किसानों के भारत बंद में मुरादाबाद में किसान हाईवे पर जुटने लगे। सुबह दस बजे से किसान जुटना शुरू हो गए। मुरादाबाद जिले में भाकियू ने सभी तहसीलों में अलग-अलग स्थानों पर जाम लगाने का ऐलान किया
-मेरठ:दिल्ली-देहरादून हाईवे हुआ जाम, सिवाया टोल के सभी 12 लेन पर किसानों ने किया कब्जा, हाईवे हुआ जाम, वाहनों को रोका गया, सकौती में भी किसान हाईवे पर।
-हापुड़ में कार्यकर्ताओं ने गांव जरोठी के एक विद्यालय को बंद कर दिया और अपना झंडा लगा दिया। इसके अलावा कार्यकर्ताओं ने नवीन मंडी के आसपास खुल रही दुकानों को भी बंद कराया।
-शामली : गुरुद्वारा तिराहे, कांधला और झिंझाना में किसान हाइवे पर जाम लगाया , शामली के विजय चौक पर टेंट लगाकर भाकियू ने किया मेरठ करनाल हाइवे बंद
-बागपत:चांदीनगर के पांची चौराहे पर किसानों ने मानव श्रृंखला बना जाम लगाया
-हापुड़ में भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने स्कूल में डाला ताला
-शाहजहांपुर: बंडा में किसान यूनियन के लोग चौराहे पर आ गए हैं। जो दो-चार दुकानें खुली थीं, उन्हें बंद कराया है।
-पीलीभीत : अमरिया में किसानों का समूह बाजार के लिए निकला है। बाजार बंद कराने की कोशिश की जा सकती है। मझोला में भी दुकानें बन्द, चाय और नाई ने भी स्वेच्छा से बन्द की दुकानें।
-बदायूं : भारत बंद का बदायूं में सुबह के समय नहीं दिख रहा असर। स्कूल खुले, बाजार दस बजे के बाद खुलेंगे। दोपहर एक बजे संयुक्त किसान मोर्चा करेगा प्रदर्शन देगा ज्ञापन। कलक्ट्रेट और मालवीय आवास पर तैनात रहेगा पुलिस बल।
-लखीमपुर खीरी: भारत बन्द का अभी असर नहीं, प्रदर्शनों को लेकर पुलिस अलर्ट। मैगलगंज, पलिया, संपूर्णानगर, भीरा में अतिरिक्त फोर्स। पलिया में पीएसी भी तैनात की गई है।।सपा व्यापार सभा का भारत बन्द को समर्थन।
-सहारनपुर : भारत बंद का ट्रेनों के संचालन पर दिखा असर, लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस को सहारनपुर में ही रोका, अम्बाला की तरफ से आने वाली भी नहीं आ रही कोई ट्रेन ,अम्बाला से आगे रोपड में रेलवे ट्रैक पर बैठे किसान
-शामली : गुरुद्वारा तिराहे, कांधला और झिंझाना में किसान हाइवे पर जमा हुए
-मुजफ्फरनगर:भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने छपार और रोहाना टोल पर लगाया जाम, स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे पर यातायात बंद हुआ। गंग नहर की पटरी से निकाला जा रहा है नेशनल हाईवे दिल्ली देहरादून का का यातायात।
पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन
देश के विभिन्न हिस्सों, विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान, पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। गतिरोध तोड़ने और किसानों के विरोध प्रदर्शन को समाप्त कराने के लिए सरकार और किसान यूनियन ने अब तक 11 दौर की बातचीत की है, आखिरी बातचीत 22 जनवरी को हुई थी। 26 जनवरी को किसान प्रदर्शनकारियों की एक ट्रैक्टर रैली के दौरान व्यापक हिंसा के बाद बातचीत फिर से शुरू नहीं हुई है। किसान समूहों ने आरोप लगाया है कि ये कानून ‘मंडी’ और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) खरीद प्रणाली को समाप्त कर देंगे और किसानों को बड़े कॉरपोरेट की दया पर छोड़ देंगे। वहीं सरकार ने इन आशंकाओं को गलत बताते हुए खारिज कर दिया है और कहा है कि इन कदमों से किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।