गृह मंत्री अमित शाह आज देश के पहले सहकारिता सम्मेलन को करेंगे संबोधित
नई दिल्ली. देशभर के सहकारिता समितियों (Cooperative Society) को और मजबूत करने के लिए के लिए केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज देश के पहले सहकारिता सम्मेलन (Cooperative Conference) में हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन में देश भर की सहकारी समितियों से जुड़े लोग और अंतरराष्ट्रीय सहकारिता संगठन के नुमाइंदे मौजूद रहेंगे. इससे जुड़े लोगों को वैश्विक मंच पर लाना और भारत में सहकारी व्यवस्था को ज्यादा से ज्यादा मजबूत करना इस आयोजन का उद्देश्य है.
भारत के पहले सहकारिता मंत्री अमित शाह इस खास मौके पर देशभर की सहकारी संस्थाओं को संबोधित करेंगे. ये देश का पहला राष्ट्रीय सहकारिता सम्मेलन होगा, जिसमें देशभर की सहकारिता से जुड़े 2000 से अधिक सहकारी नुमाइंदे शामिल होंगे. साथ ही इस सम्मेलन में देश-विदेश से करोड़ों सहकारी जन भी वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे. सम्मेलन से जुड़े आयोजकों का दावा है कि यह वैश्विक पटल पर भारतीय सहकारिता को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगा.
इफको के निदेशक मनीष गुप्ता के मुताबिक यह एक अहम आयोजन है जिससे सहकारिता समितियों को और ज्यादा सशक्त होने का मौका मिलेगा. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सहकारिता क्षेत्र को सशक्त करने के लिए ‘सहकार से समृद्धि’ के साथ सहकारिता मंत्रालय की स्थापना की है. इफको की ओर से कहा गया है कि यह सम्मेलन वैश्विक स्तर पर भारतीय सहकारिता को मजबूत करने में भी अहम भूमिका निभाएगा. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ उद्देश्य को साकार करने की दिशा में भी काम करेगा.
सहकारिता समिति को बनाए जाने का क्या है उद्देश्य
दरसल मोदी सरकार की ये कोशिश है कि देश में सहकारिता आंदोलन को मज़बूती मिले. उसके लिए एक अलग प्रशासनिक, कानूनी और नीतिगत ढाँचे की जरूरत महसूस हुई जिससे सहकारी समितियों को जमीनी स्तर तक काम करने में मदद मिले. जिसके लिए ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस’ के लिए प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और बहु-राज्य सहकारी समितियों (MSCS) के विकास को सक्षम करने के लिए सहकारिता मंत्रालय का गठन किया गया है.