अब मून टूरिज्म की तैयारी:चांद पर 2024 तक दिखने लगेंगे पर्यटक, स्थायी आवास बनेंग
4 लोगों को भेजने का खर्च 1500 करोड़ रुपए
स्पेस के बाद मून टूरिज्म हकीकत में बदलने जा रहा है। अंतरिक्ष का रास्ता खोलने के बाद दुनिया के दो सबसे अमीर उद्योगपति जेफ बेजोस और इलोन मस्क अगले 3-4 साल में लोगों को चांद पर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। दोनों ही दिग्गजों की कंपनियां चंद्रमा पर उतरने के लिए लैंडर बनाने में जुटी हैं। स्पेसएक्स के पास पहले से ही 8 ऐसे ग्राहक हैं, जो चांद पर जाने के लिए मुंहमांगे पैसे देने के लिए तैयार हैं।
नासा ने 5 कंपनियों को कॉन्ट्रैक्ट दिया है
मस्क की स्पेसएक्स और बेजोस की ब्लू ओरिजिन उन 5 कंपनियों के समूह का हिस्सा हैं, जिन्हें नासा से चंद्रमा की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 1078 करोड़ रुपए का अनुबंध मिला है। नासा के इस आर्टेमिस मिशन कार्यक्रम का लक्ष्य चंद्रमा पर पहली महिला और अश्वेत शख्स को भेजना है। नासा के ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम प्रोग्राम मैनेजर लीसा वाटसन मॉर्गन बताती हैं कि स्पेसएक्स और ब्लू ओरिजिन के साथ करार का मकसद आने वाली पीढ़ियों के लिए चंद्रमा के नए क्षेत्र खोलने के लिए नई मजबूत इकोनॉमी विकसित करना है।
चांद पर बनेंगे घर और रोवर
कंपनियां चांद पर नए पावर सिस्टम का परीक्षण भी करेंगी। वहां नए आवास और रोवर भी बनेंगे। ह्यूमन एक्सप्लोरेशन एंड ऑपरेशंस के लिए नासा की एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर कैथी लाइडर्स ने भास्कर को बताया कि हम स्पेस इंडस्ट्री के साथ काम करते हुए फिर से लोगों को चांद पर भेजने की तैयारी कर रहे हैं। इस योजना से जुड़े अधिकारियों का अनुमान है कि एक कैप्सूल से चार लोगों को भेजने में करीब 1500 करोड़ रुपए का खर्च आएगा।
वहीं, हाल ही में स्पेस स्टेशन जाने वाले क्रू के एक सदस्य का खर्च करीब 400 करोड़ रुपए आया है। चांद की सैर अंतरिक्ष से महंगी होगी। वर्जिन गैलेक्टिक ने अंतरिक्ष का टिकट 3.5 करोड़ रुपए का रखा है। स्पेस एक्स इस यात्रा को सुगम बनाने के लिए नासा की देखरेख में स्टारशिप रॉकेट डिजाइन कर रही है। इसके प्रोटोटाइप मॉडल की कई उड़ानें सफल रही हैं।
स्टारशिप में मूनवॉक के लिए केबिन होगा, दोबारा इस्तेमाल भी हो सकेगा
नासा ओरियन रॉकेट से 4 अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा के आर्बिट में भेजेगा। वहां से दो यात्री लैंडिंग सिस्टम की मदद से चंद्रमा पर उतरेंगे। एक हफ्ते रहने के बाद लौट आएंगे। इसके लिए फर्म को 21 हजार करोड़ रुपए मिलेेंगे। स्पेस एक्स की टीम नासा की जरूरत और मानव संचालित स्पेस फ्लाइट के मानक के अनुरूप लैंडर बना रही है।
चंद्रमा पर उतरने के लिए डिजाइन किए गए लैंडर को विरासत में रैप्टर इंजन, फॉल्कन और ड्रैगन वाहन मिले हैं। स्टारशिप में यात्रियों के मूनवॉक के लिए विशाल केबिन भी होगा। यह रॉकेट दोबारा चांद पर जाने में भी इस्तेमाल हो सकेगा।