कैप्टन पर भड़के सिद्धू के सलाहकार
मुहम्मद मुस्तफा बोले- अमरिंदर 14 साल ISI एजेंट के साथ रहे, देशभक्ति का सर्टिफिकेट मत बांटिए; अमरिंदर ने कहा था- सिद्धू इमरान के दोस्त
कैप्टन अमरिंदर के इस्तीफे के बाद पंजाब की सियासत गरमाई हुई है। इस बीच मुख्यमंत्री पद के दावेदार नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकार और पूर्व डीजीपी मुहम्मद मुस्तफा ने अमरिंदर पर निशाना साधा है। दरअसल, अमरिंदर ने सिद्धू को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया था। इस पर मुस्तफा ने कहा कि आप देशभक्ति का सर्टिफिकेट मत बांटिए। आप 14 साल ISI एजेंट के साथ रहे। मेरा मुंह मत खुलवाइए।
दरअसल, मुस्तफा ने अमरिंदर पर उस पाकिस्तानी महिला पत्रकार को लेकर बयान दिया है, जिसके साथ अमरिंदर की लंबे समय तक नजदीकियां रही हैं। मुस्तफा ने इस पत्रकार के पंजाब सरकार में दखल को लेकर भी सवाल उठाए हैं।
मुहम्मद मुस्तफा ने ट्वीट करके कहा कि कैप्टन सर, आपने खुद जो काम किए हैं, उसके बाद आपको देशभक्ति का सर्टिफिकेट बांटने को कोई अधिकार नहीं है।
कैप्टन को बताया झूठ बोलने में माहिर
मुस्तफा ने कहा- वो जानते हैं कि कैप्टन मुंह पर ही झूठ बोलने की क्षमता रखते हैं। सिद्धू पर आप हर तरह से राजनीतिक हमला कर सकते हो, लेकिन उनकी देशभक्ति को चुनौती मत दीजिए और देशभक्ति का सर्टिफिकेट मत बांटिए।
मुस्तफा ने कैप्टन पर लगाए गंभीर आरोप
मुस्तफा ने कैप्टन पर यह भी आरोप लगाया कि उनकी पाक पत्रकार दोस्त ने पंजाब सरकार के कामकाज में कई बार हस्तक्षेप किया। उन्होंने लिखा- ‘मेरे पास आपके गलत कामों का बहुत बड़ा जखीरा है, लेकिन मैंने इसे राहुल गांधी के साथ शेयर नहीं किया, क्योंकि मैंने आपसे वादा किया था। यह मेरे चरित्र की ताकत है।’ मुस्तफा ने पुराने गीत ‘राज को राज रहने दो’ का वीडियो भी ट्वीट किया है।
मुस्तफा ने ट्वीट में लिखा कि उनके पास कैप्टन के गलत कामों का जखीरा है, लेकिन वे उसे सार्वजनिक नहीं करेंगे क्योंकि ये उनके चरित्र की ताकत है।
अमरिंदर ने सिद्धू को बताया था तबाही
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात की। जिसमें उन्होंने सिद्धू को तबाही तक बता दिया। कैप्टन ने कहा कि सिद्धू राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं। अगर कांग्रेस हाईकमान सिद्धू को CM चेहरा बनाता है तो वो इसका विरोध करेंगे। कैप्टन ने कहा कि रोज कश्मीर में हमारे जवान मर रहे हैं। पाक पीएम इमरान खान और सेना प्रमुख बाजवा के साथ दोस्ती वाले सिद्धू को मैं स्वीकार नहीं करूंगा।