सूरज पर उठने वाले तूफान से क्या ठप हो सकता है हमारा इंटरनेट कनेक्शन? जानिए
नई दिल्ली. हाल ही में एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सूर्य से निकले तूफान (सौर तूफान या सोलर स्टॉर्म) की चपेट में आकर हमारा इंटरनेट कनेक्शन ठप हो सकता है. इसके बाद इंटरनेट पर लोगों के बीच इस बात की चर्चा भी तेज हो गई है. तो क्या सच में ऐसा हो सकता है? इसका जवाब है हां, ऐसा संभव है.
सौर तूफान (Solar Storm) और इंटरनेट (Internet) पर किया गया यह शोध पिछले महीने एसीएम एसआईजीसीओएमएम 2021 कॉन्फ्रेंस में प्रदर्शित किया गया था. इसमें बताया गया था कि एक शक्तिशाली सौर तूफान के कारण हमारा इंटरनेट, पनडुब्बियों के केबल और संचार उपग्रह बुरी तरह से प्रभावित हो सकते हैं. इसके पहले के एक शोध में यह भी दावा किया गया था कि इससे अगले दशक में अंतरिक्ष में बेहद विषम मौसमीय गतिविधि होने की संभावना 1.6 फीसदी से 2 फीसदी तक है.
क्या होता है सौर तूफान?
सोलर स्टॉर्म एक तरह का सूर्य से निकले बेहद शक्तिशाली चुंबकीय पदार्थों का तूफान होता है. यह पदार्थ एक घंटे में कई करोड़ किमी की रफ्तार से बढ़ सकते हैं. इन्हें पृथ्वी तक पहुंचने में 13 घंटे से लेकर 5 दिन तक का समय लग सकता है.विज्ञापन
हालांकि हमारी पृथ्वी का वायुमंडल हमें इन पदार्थों से बचाता है. लेकिन जब ये पदार्थ पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराते हैं तो इनसे बेहद शक्तिशाली बिजली की तरंगें निकलती हैं. ये इंसानों द्वारा बनाई गई चीजों का प्रभावित करती हैं.
पहली बार सौर तूफान को 1859 में रिकॉर्ड किया गया था. यह लगभग 17 घंटे में पृथ्वी पर पहुंच गया था. इसने टेलीग्राफ नेटवर्क को प्रभावित किया था और कई ऑपरेटरों को बिजली के झटके का अनुभव हुआ था. 1921 में आए एक सौर तूफान ने न्यूयॉर्क टेलीग्राफ और रेलरोड सिस्टम को प्रभावित किया. 1989 में एक सौर तूफान ने क्यूबेक, कनाडा में पावर ग्रिड को बर्बाद किया था.
2013 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर 1859 के समान सौर तूफान आज अमेरिका में आता है, तो लगभग 2-4 करोड़ लोग 1-2 साल तक बिजली के बिना रह सकने पर मजबूर हो सकते हैं. यह 2.6 लाख करोड़ डॉलर तक की चपत लगाएगा.
सौर गतिविधि
जब सूर्य अपनी कम गतिविधि में था तब पिछले तीन दशक में धरती पर टेक्नोलॉजी का तेजी से विकास हुआ है. इस पर बहुत सीमित अध्ययन हैं कि क्या हमारा मौजूदा बुनियादी ढांचा एक शक्तिशाली सौर तूफान का सामना कर सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में इस शोध की लेखक संगीता अब्दू ज्योति ने कहा है कि सूर्य 11 साल के चक्र से गुजरता है. ये उच्च और निम्न गतिविधि के चक्र होते हैं. इसका एक लंबा 100 साल का चक्र भी है. पिछले तीन दशकों के दौरान, जब इंटरनेट का बुनियादी ढांचा फलफूल रहा था, यह एक कम अवधि थी. बहुत जल्द या तो इस चक्र में या अगले चक्र में हम 100 साल के चक्र के शिखर की ओर जा रहे हैं. इसलिए यह अत्यधिक संभावना है कि हम अपने जीवनकाल में एक शक्तिशाली सौर तूफान देख सकते हैं.
इंटरनेट को कैसे बचाएं?
हाल ही में यह आकलन किया गया था कि अमेरिका में एक दिन के लिए इंटरनेट बाधित होने से लगभग 7 बिलियन डॉलर का आर्थिक नुकसान हो सकता है. नए शोध में एक शटडाउन रणनीति का उल्लेख किया गया है जो सौर तूफान के प्रभाव के दौरान और बाद में कनेक्टिविटी के नुकसान को कम करने में मदद कर सकती है. जिस तरह से हम पावर ग्रिड को बंद करते हैं, उसी तरह एक अस्थायी इंटरनेट शटडाउन सौर तूफान के दौरान हमारे उपकरणों की सुरक्षा कर सकता है और सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित कर सकता है.