नीतीश ने बढ़ाई चिराग़ से दूरी बिहार में सियासत गर्म
धरती गूंजे आसमान रामविलास पासवान के नारे से पटना आज गूंज उठा लोक जनशक्ति पार्टी के संस्थापक स्व. रामविलास पासवास की आज पटना में बरसी मनाई जा रही है। आज सुबह से ही विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं का एसके पुरी स्थित आवास पर पहुंचकर दिवंगत रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव श्रीकृष्णापुरी स्थित चिराग पासवान के आवास पर पहुंचे। तेजस्वी यादव ने स्व. रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि अर्पित की साथ ही बिहार के राज्यपाल फागु चौहान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पूर्व सीएम जीतनराम मांझी समेत बड़े नेता पहुँचे लेकिन एक बात चर्चा का विषय बना रहा वो था सीएम नीतीश रामविलास की वरसी में आएंगे की नही आखिरकार नीतीश नही आए चिराग अपने पिता के वरसी के पहले सभी लोगो को निमंत्रण भेजा लेकिन नीतीश ने चिराग को भाव नही दिया था और निमंत्रण स्वीकार नही किया सुबह से ही लोग इंतजार में थे कि नीतीश आएंगे लेकिन अडिग का दूसरा नाम नीतीश कुमार है आखिरकार सुबह से शाम हो गई नीतीश नही ही आए तेजस्वी से लेकर बीजेपी के तमाम के बड़े नेता ने नीतीश को आइना दिखाया और कहा ये घमंडी नीतीश है शायद ये 2020 के विधानसभा चुनाव की कसक ही थी जब नीतीश को चिराग ने जेल तक भेजने की बात की थी और अपने उम्मीदवार को चुनाव में उतारकर नीतीश को कमजोर किया था नीतीश उस जख्म को नही भूले और हर दर्द का हिसाब लें रहे है वही लोजपा में चल रहे चाचा भतीजे की लड़ाई में पसपुपति पारस ने गिला शिकवा भुलाकर वरसी में पहुँचे और रस्म में भतीजे चिराग का साथ दिया भले ही ये साथ आज का था या हमेशा रहेगा ये तो समय बताएगा लेकिन नीतीश ने साफ कर दिया ये लड़ाई जारी रहेगी और नीतीश पर जब किसी ने वार किया है उसका हिसाब नीतीश ने चुन चुनकर लिया है अब बिहार की सियासत में चिराग किस ओर बैठते है ये तो कुछ दिनों में साफ हो जाएगा या तेजस्वी के साथ राजनीति के नाव पर सवार होते है या चाचा पसुपति अपना लेते है ये सभी राजनिति परदों से धुंधली तस्वीर साफ हो जाएगी बस समय का इंतजार करिये
रिपोर्ट:- रोहित कुमार, पटना