PM मोदी आज अहमदाबाद में करेंगे सरदारधाम भवन का उद्घाटन, जानें क्या है इसकी खासियत

अहमदाबाद.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात के अहमदाबाद में सरदारधाम भवन (Sardardham Building ) का उद्घाटन. ये कार्यक्रम वीडियो कांफ्रेंस के जरिए किया जाएगा. इसके अलावा पीएम मोदी (Pm Modi) इस प्रोजेक्ट के दूसरे फेज का भूमि पूजन कर शिलान्यास भी करेंगे. ये जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से जारी एक बयान में दी गई. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में कन्या छात्रालय बनना है. इसमें 2000 लड़कियों के लिए छात्रावास की सुविधा होगी.

पीएमओ के मुताबिक सरदारधाम शैक्षिक और सामाजिक बदलाव के साथ ही समाज के कमजोर वर्गों के उत्थान और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है. आईए एक नज़र डालते हैं सरदार धाम प्रोजेक्ट की खासियतों पर…

1600 छात्रों के लिए सुविधा: भवन अहमदाबाद गांधीनगर सीमा क्षेत्र में वैष्णोदेवी सर्कल के पास 11,672 वर्ग फुट के क्षेत्र में बना है. सरदारधाम भवन में 1600 छात्रों के लिए आवासीय सुविधा है.

ई-लाइब्रेरी का इंतज़ाम: यहां 1,000 कंप्यूटर सिस्टम के साथ ई-लाइब्रेरी, लाइब्रेरी, हाई टेक क्लासरूम, व्यायामशाला, ऑडिटोरियम, मल्टी -उद्देश्यीय हॉल, 50 लक्ज़री कमरों के साथ रेस्टहाउस के साथ-साथ व्यापार और राजनीतिक ग्रुपों के लिए अन्य सुविधाएं.

वल्लभभाई पटेल की प्सरतिमा: रदार वल्लभभाई पटेल की 50 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा सरदारधाम भवन के सामने स्थापित की गई है.

होस्टल की सुविधा: इस अवसर पर पीएम मोदी सरदारधाम परियोजना चरण 2 के तहत लड़कियों के छात्रावास के लिए ‘भूमिपूजन’ समारोह भी आयोजित करेंगे. इसका उद्देश्य लगभग 2500 छात्राओं को आवास देना है, जिसे 200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है.

फ्री कोचिंग: सरदारधाम परियोजना के दो सेंटर यूपीएससी/जीपीएससी, रक्षा और अन्य सिविल सेवा प्रवेश परीक्षाओं के लिए उम्मीदवारों के लिए तैयार किया जा रहा है. इन्हें तैयारी के साथ-साथ इंटरव्यू और ग्रुप डिसक्शन लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.

खाने का भी खर्चा नहीं:  विश्व पाटीदार समाज के प्रतिनिधियों ने कहा कि सरदारधाम भवन में सभी समुदायों के छात्रों को रहने और पढ़ने का मौका मिलेगा.गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विश्व पाटीदार समाज के उपाध्यक्ष टी.जी. झालावाड़िया ने कहा कि यूपीएससी / जीपीएससी सिविल सेवा प्रशिक्षण केंद्र अनुसूचित जाति और सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्गों के छात्रों के साथ-साथ सभी जातियों के उम्मीदवारों को मुफ्त में प्रशिक्षण प्रदान देगा. प्रशिक्षण और भोजन शुल्क के लिए एक टोकन राशि के रूप में 1 रुपये का शुल्क लिया जाएगा

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