जावेद अख्तर की बढ़ी मुश्किलें, लखनऊ में दाखिल की गई मुकदमे की अर्जी
लखनऊ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना तालिबान (Taliban) से करने के कथित बयान के मामले में बॉलीवुड के गीतकार जावेद अख्तर (Lyricist Javed Akhtar) के खिलाफ सीजेएम कोर्ट लखनऊ मुकदमे की अर्जी दाखिल की गई है. मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रवि कुमार गुप्ता ने जावेद अख्तर के खिलाफ दाखिल मुकदमे की उक्त अर्जी की पोषणीयता पर सुनवाई के लिए 16 सितंबर की तारीख तय की है.
यह अर्जी स्थानीय अधिवक्ता प्रमोद पांडेय ने सीजेएम कोर्ट लखनऊ में दाखिल की है. प्रमोद पांडेय ने अपनी अर्जी में जावेद अख्तर पर राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की तुलना तालिबान से करने का कथित आरोप लगाया है. साथ ही जावेद अख्तर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने की मांग की है.
वादी का कहना है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ एक देश भक्त संगठन है. वादी स्वंय भी इसका सदस्य है. इस संगठन की तुलना तालिबान से करना अपराध की श्रेणी में आता है. क्योंकि तालिबान आतंकवाद का पर्याय है. विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित विपक्षी जावेद अख्तर के इस कथन से उसकी आस्था आहत हुई है.
जावेद अख्तर ने ट्वीट किया, “हर सभ्य व्यक्ति, हर लोकतांत्रिक सरकार, दुनिया के हर सभ्य समाज को तालिबानियों को मान्यता देने से इनकार करना चाहिए और अफगान महिलाओं के क्रूर दमन के लिए निंदा करनी चाहिए या फिर न्याय, मानवता और विवेक जैसे शब्दों को भूल जाना.