अगले महीने बाज़ार में आ सकती है जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज़ वैक्सीन
नई दिल्ली. अमेरिकी फॉर्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन (Johnson & Johnson) की सिंगल डोज़ कोरोना वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) अगले महीने से मिल सकती है. भारत में इसका निर्माण हैदराबाद की कंपनी बायोलॉकिल ई कर रही है. पिछले महीने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस वैक्सीन के इंमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी. कोरोना को मात देने के लिए भारत के पास अब कुल मिलाकर 5 इमरजेंसी वैक्सीन उपलब्ध हैं.
भारत में सबसे पहले कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मंजूरी दी गई थी. इसके बाद स्पुतनिक वी, मॉडर्ना और ज़ायडस कैडिला के ZyCoVD को सरकार ने हरी झंडी दी. और अब जॉनसन एंड जॉनसन की सिंगल डोज़ वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है. अगले सप्ताह तक फाइल टेस्टिंग के लिए इसे केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल), कसौली और राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केंद्र (एनसीसीएस), पुणे में भेजे जाने की उम्मीद है.
अगले महीने आने की उम्मीद
न्यूज़ 18 को एक सूत्र ने बताया कि बैच और दस्तावेजों का निरीक्षण जारी है. जल्द ही, उन्हें सुरक्षा और गुणवत्ता परीक्षण के लिए जारी कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘अगर सब कुछ सुचारू रूप से चला तो अगले महीने तक टीकाकरण अभियान के लिए टीका उपलब्ध होने की संभावना है.’
ये है पूरी प्रक्रिया
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के एक अन्य सूत्र ने पुष्टि की है कि जल्द ही वैक्सीन को रोल आउट किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘हम डीसीजीआई से कुछ सामान्य प्रक्रियाओं पर मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं. एक बार जब वो आगे बढ़ जाते हैं, तो वैक्सीन को बाजार में आने में एक महीने से भी कम समय लगेगा.’ News18.com ने आधिकारिक टिप्पणी के लिए जॉनसन एंड जॉनसन से संपर्क किया. हालांकि अभी तक मेल का कोई जवाब नहीं मिला है.
कितनी प्रभावी है ये वैक्सीन?
अगले महीने जॉनसन एंड जॉनसन की कितनी डोज़ मिलेगी इस बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि ये सिंगल डोज़ वैक्सीन है इसलिए ज्यादा ज्यादा लोगों को कवर किया जा सकेगा. ट्रायल के नतीजों के आधार पर कहा गया है कि SARs-COV-2 के सभी वेरिएंट को रोकने में ये सिंगल शॉट वैक्सीन 70 प्रतिशत तक प्रभावी है. जबकि बीमारी के गंभीर मामलों को रोकने में तो ये 86 प्रतिशत तक प्रभावी है.