PAK में विपक्ष ने मीडिया अथॉरिटी बिल के खिलाफ उठाई आवाज, कहा-पत्रकारिता का गला घोंट रही इमरान सरकार
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार द्वारा लाए जा रहे मीडिया अथॉरिटी बिल के खिलाफ विपक्षी दलों ने आवाज बुलंद कर दी है। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने पाक सरकार निशाना साधते हुए कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान मीडिया अथॉरिटी बिल के जरिए मीडिया की आवाज दबाना चाहते हैं। देश के मीडिया समूहों के विरोध के बावजूद पाकिस्तान मीडिया विकास प्राधिकरण (पीएमडीए) विधेयक को सरकार लाना चाहती है। इसकी तुलना बेरहम कानून से की गई है।
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक विपक्षी पार्टियों के गठबंधन PDM के प्रमुख ने कहा कि वह प्रेस की आजादी के संघर्ष में पत्रकार समुदाय का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र में हमेशा समृद्ध हुई है और आगे बढ़ी है। लेकिन, तानाशाह और सम्राट हमेशा वही पढ़ना-देखना चाहते हैं, जो उनके लिए उपयुक्त होता है।
बता दें कि फ्रीडम नेटवर्क की सालाना प्रेस फ्रीडम-2021 रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान मीडियाकर्मियों के खिलाफ हमलों और उत्पीड़न में वृद्धि के साथ पत्रकारिता करने के लिए सबसे जोखिम भरे स्थान के रूप में उभरा है। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2020 और अप्रैल 2021 के बीच पत्रकारों सहित मीडिया और उसके जुड़े लोगों के खिलाफ हमलों एवं उल्लंघन के कम-से-कम 148 मामले सामने आए हैं। यह मई 2019 से अप्रैल 2020 के बीच दर्ज किए गए उल्लंघन के 91 मामलों से 40 फीसदी से अधिक है।