देश में डेल्टा प्लस के केवल 856 मामले, AY.12 स्ट्रेन को लेकर मिली राहत की खबर
नई दिल्ली. भारत (India) में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट (AY.1-AY.12) के फिलहाल 856 मामले हैं. इस बात की जानकारी इंडियन SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम ने दी है. INSACOG की तरफ से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि डेल्टा वेरिएंट के सब लाइनेज AY.12 को अब तक भारत में नहीं देखा गया है. माना जा रहा है कि यह इजरायल में हाल में बढ़े संक्रमण के मामलों का कारण है. देश में सितंबर के अंत या अक्टूबर-नवंबर में कोविड-19 की तीसरी लहर के आने की आशंका जताई जा रही है.
INSACOG की तरफ से जारी बुलेटिन में बताया गया कि अब तक 82 हजार 361 सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की गई है. वहीं 51 हजार 651 सैंपलों का विश्लेषण किया गया है. इस प्रक्रिया के बाद सामने आया है कि देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के 856 मरीज हैं. साप्ताहिक बुलेटिन में बताया गया कि कुछ ग्लोबल वेबसाइट पर दिखाए जा रहे आंकड़ों से यह काफी कम है. 30 अगस्त के बुलेटिन में AY.12 को लेकर कहा गया है, ‘.यह विशेष रूप से देखा गया है कि AY.12 का फाइलोजेनेटिक क्लस्टर, जो पहले इजरायल में देखा गया है, उसे अब तक भारत में नहीं देखा गया है.’कंसोर्टियम ने गंभीर बीमारियों से बचने के लिए कोविड-19 के खिलाफ वैक्सीन की भूमिका को अहम बताया है. यह कहा गया है कि टीके सार्वजनिक स्वास्थ्य रणनीति की आधारशिला हैं. INSACOG की स्थापना SARS-CoV-2 के जीनोमिक वेरिएंशन्स का पता लगाने, देशभर में कोरोना वायरस की जीनोमिक निगरानी के लिए दिसंबर 2020 में हुई थी.
देश में फिर बढ़े संक्रमण के मामले
भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों में आज 12 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई. देश में 47 हजार 92 नए मरीज मिले हैं. बीते दो महीनों में यह दैनिक मरीजों की सबसे ज्यादा संख्या है. इस दौरान 509 लोगों की मौत हुई. नए आंकड़ों को मिलाकर देश में अब तक कोरोना के कुल 3 करोड़ 28 लाख 57 हजार 937 मामले सामने आ चुके हैं. महामारी में अब तक 4 लाख 39 हजार 529 मरीजों की मौत हो चुकी है.